उमेश तिवारी
हावड़ा : कोलकाता और हावड़ा में पेट्रोल पंप मालिकों के संघ वेस्ट बंगाल पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने पेट्रोल की 100 रुपये प्रति लीटर की कीमत में बढ़ोतरी का विरोध किया है। विरोध स्वरुप बुधवार को हावड़ा के तमाम पेट्रोल पम्पो की लाइट आधे घंटे तक बंद कर दी गयी थी, जिससे पेट्रोल पम्पो में अंधेरा छा गया था। साथ ही तेल की बिक्री आधे घंटे तक बंद कर दी गयी थी।
संगठन के संयुक्त सचिव प्रसेनजीत सेन ने कहा कि कोलकाता और हावड़ा में 600 पंपों ने विरोध स्वरुप बुधवार शाम 7.00 बजे से शाम 7.30 बजे तक ब्लैक आउट किया। उस समय आधे घंटे तक पंप पर तेल बेचना बंद करने का निर्णय लिया गया। साथ ही उन्होंने कहा कि लॉकडाउन में पेट्रोल पंप मालिक धरने पर बैठेंगे और अनिश्चितकाल के लिए हड़ताल पर जा सकते हैं। पेट्रोल पंप मालिकों की शिकायत है कि केंद्र सरकार द्वारा टैक्स बढ़ाने से उनके कारोबार को नुकसान हो रहा है। लॉकडाउन में चल रही कारों की संख्या कम होने से पेट्रोल-डीजल की बिक्री पहले ही काफी कम हो चुकी है। इस बीच पेट्रोल की बिक्री पर कमीशन नहीं बढ़ाने से वे मुश्किल में हैं। उनकी शिकायत है कि कीमतों में बढ़ोतरी से कंपनियां सबसे ज्यादा मुनाफा कमा रही हैं। आज पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतों में वृद्धि के परिणामस्वरूप बाजार में वस्तुओं की कीमतें आसमान छू रही हैं। लॉकडाउन में नौकरी जाने से आम आदमी आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसलिए महंगाई उनके लिए एक अतिरिक्त बोझ है।
उल्लेखनीय है कि पेट्रोल प्रति लीटर 100.23 रुपया और डीज़ल प्रति लीटर लगभग 94 रुपया हो गया है। जिसके कारण चौतरफ़ा विरोध हो रहा है।