सत्यजीत दुबे की रिपोर्ट
जल मनुष्य के लिए बेहद अहम होता है। जल के बैगर हम एक दिन भी नहीं रह सकते है। यह कहना है अमृत कोमोडिल प्राइवेट लिमिटेड के चेयरमैन डॉक्टर हरिन्द्र सिंह का। मदर डेयरी पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर को हावड़ा में लॉन्च करनेवाले डॉ. हरिन्द्र सिंह ने कहा कि जल के बिना सुनहरे कल की कल्पना नहीं की जा सकती। पृथ्वी पर उपलब्ध एक बहुमूल्य संसाधन है। यही सभी जीवों के जीने का आधार है। उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के एक अध्ययन के अनुसार दुनिया भर में 86 फीसदी से अधिक बीमारियों का कारण असुरक्षित व दूषित पेयजल है। विश्व में करीब 1.10 अरब लोग दूषित पेयजल पीने को मजबूर हैं और साफ पानी के बगैर अपना गुजारा कर रहे हैं।
डॉ. साहब का कहना है कि ऐसी परिस्थिति में स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करना एक बड़ी चुनौती है। उनका कहना है कि कुछ लोग इसी का लाभ उठाकर बाजार में धड़ल्ले से अवैध रूप से शरीर को नुकशान पहुंचानेवाले पेयजल बेच रहे हैं और लोग बिना सोचे समझे उसका सेवन भी कर रहे हैं। इसलिए लोगों तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने के लिए हमने कमर कस ली है। लोगों तक यह संदेश भी पहुंचा रहे हैं कि सस्ता पेयजल पीकर बीमार होने से अच्छा है, मदर डेयरी का पानी पीजिए। इसमें खनिज तत्वों की भरमार है। और गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखा जाता है।
डॉक्टर हरिन्द्र सिंह का कहना है कि इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य लोगों को स्वच्छ जल उपलब्ध कराना है। प्रदूषित जल में आर्सेनिक, लोहांस आदि की मात्रा अधिक होती है जिसे पीने से तमाम तरह की स्वास्थ्य संबंधी व्याधियां उत्पन्न हो जाती है ऐसी स्थिति में आम जनता के लिए चिंता का विषय है। इसलिए इस दिशा में त्वरित कदम उठाते हुए मदर डेयरी ने सार्थक पहल की है। उन्होंने कहा कि मदर डेयरी पैकेज्ड ड्रिंकिंग वॉटर समुचित रूप से उच्च गुणवत्ता वाला पानी है जिसका सेवन शरीर को स्वस्थ्य बनाता है। मदर डेयरी पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर की फैक्ट्री में तैयार पानी की बोतल और जार को विशेषज्ञों की टीम जांच करती हैं और गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि मदर डेयरी वॉटर के 250 एमएल, 500 एमएल, 1 लीटर, 2 लीटर, 5 लीटर और 20 लीटर के जार उपलब्ध है। आने वाले वर्षों में राज्य में 4 नए प्लांट की स्थापित करने की योजना है। जिससे लोगों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराया जा सके।