राज्य ब्यूरो, कोलकाता : नदिया जिले के सीमावर्ती इलाके में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की 08वीं वाहिनी की सीमा चौकी रामनगर के सर्तक जवानों ने घुसपैठ की कोशिशों को नाकाम करते हुए एक ही परिवार के चार बांग्लादेशी नागरिकों को भारतीय सीमा में घुसने के दौरान हिरासत में लिया। इसके साथ ही इन चारों को सीमा पार कराने के आरोप में बीएसएफ ने जाल बिछाकर एक महिला दलाल
को भी गिरफ्तार किया है। बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की ओर से शुक्रवार को जारी बयान में बताया गया कि इन सभी को गुरुवार को पकड़ा गया। अधिकारियों ने बताया गया कि बांग्लादेशी नागरिकों में मोहम्मद रेफून (20), उसकी पत्नी तानिया (19), उसका दो माह का बेटा तथा उसका 26 वर्षीय भाई मोहमद रूबेल शामिल है, जोकि बांग्लादेश के बागेरहाट जिले के सूरतपुर गांव के रहने वाले है।
सीमा पार कराने की कीमत 1.5 लाख
पूछताछ में रेफून ने बताया कि वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ श्रीनगर, जम्मू कश्मीर जा रहा था और वहां कचरा उठाने का काम करने वाले थे। आगे उन्होंने बताया कि उनकी बूआ हसीना श्रीनगर में पिछले 15 साल से रह रही हैं। सीमा पार करने के लिए उन्होंने बांग्लादेश के बागाडांगा के जुबेर अली नाम के दलाल के माध्यम से भारत के सागर बिस्वास और सुमिता राय से बात की ओर 1.5 लाख रुपये देना तय हुआ।
पूछताछ में मिली अहम जानकारी, जाल बिछाकर महिला दलाल को दबोचा
अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिकों से पूछताछ से मिली अहम जानकारी पर बीएसएफ ने जाल बिछाकर नदिया के बगुला इलाके में एसबीआइ बैंक के समीप महिला दलाल को दबोचा। उसकी पहचान सुमिता राय (32) के रूप में हुई है, जो कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों के संपर्क में थी और उन्हें सीमावर्ती इलाके से देश के अंदरूनी हिस्से में भेजने में मदद करने वाली थी। पूछताछ से सामने आया की सुमिता राय 1992 में बांग्लादेश से भारत आई थी और बगुला में रहने लगी तथा बगुला के रहने वाले सुकुमार राय से शादी कर ली थी।
मुख्य दलाल को बीएसएफ ट्रैप की लगी भनक, मौके से भाग निकला
वहीं, महिला दलाल ने पूछताछ में बीएसएफ को बताया की वह तरकनगर के सागर बिस्वास (ओप्पू) के साथ मिलकर घुसपैठ करने वालों को सीमा पार आने- जाने में मदद करती है। सागर बिस्वास (ओप्पू) भी उसके साथ बगुला बैंक तक आया था लेकिन उसे बीएसएफ के जवानों के ट्रैप की भनक लग गई और वह मौके से भाग निकलने में कामयाब रहा। बीएसएफ ने गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों को पुलिस थाना हंसखली को आगे की कानूनी कार्यवाही हेतु सौंप दिया है।
जवानों की मुस्तैदी के चलते नाकाम हो रहे हैं घुसपैठ
इधर, इस सफलता पर 08वीं वाहिनी के कमांडिंग आफिसर बी मधुसूदन राव ने बताया कि भारत- बांग्लादेश सीमा पर आए दिन घुसपैठ की कोशिश होती रहती है लेकिन हमारे जवानों की मुस्तैदी के चलते उनको सफलता नहीं मिल रही है। आगे उन्होंने कहा की बीएसएफ ना सिर्फ घुसपैठ करने वालों को पकड़ रही है बल्कि उनकी मदद करने वाले दलाल और उनके सहयोगियों को भी दबोच रही है।