नई दिल्ली : पान की पीक थूके जाने की वजह से गिरने के कगार पर पहुंच चुके आइकॉनिक हावड़ा ब्रिज को गिरने से बचाने में अहम भूमिका निभाने वाले इंडिया इन पिक्सल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को ट्वीटकर बधाई दी है. प्रधानमंत्री मोदी ने यूपीआई और डिजिटल पेमेंट के लिए अपने आधिकारिक अकाउंट से किए गए ट्वीट में लिखा है, “मुझे वास्तव में पसंद आया कि आपने डेटा सोनिफिकेशन के माध्यम से पैसे के लेन-देन की आवाज को प्रभावी ढंग से व्यक्त करने के लिए कैसे इस्तेमाल किया है.”
बताते चलें कि भारत में पान और गुटखा समेत तंबाकू उत्पाद खाकर यहां-वहां थूकने की आदत से कोलकाता का आइकॉनिक हावड़ा ब्रिज गिरने के कगार पर पहुंच गया था. आंकड़ों को आकर्षक तरीके से पेश करने में महारत हासिल करने वाले सोशल मीडिया मंच ‘इंडिया इन पिक्सल’ ने भारतीयों की पान खाने की आदत को काफी रोचक तरीके से पेश किया. उसने कहा, ‘भारत के लोग हर साल पान खाकर इतना थूकते हैं कि उससे 211 ओलंपिक पूल भरा जा सकता है।

सबसे बड़ी बात यह है कि हावड़ा ब्रिज को बचाने के लिए ‘इंडिया इन पिक्सल्स’ ने नेशनल सैम्पल सर्वे के घरेलू उपभोक्ता सामानों के वर्ष 2011-12 के आंकड़ों का सहारा लिया, जिसमें पान चबाकर थूके गए पीक के औसत वजन के बारे में बताया गया था. एक रिपोर्ट के अनुसार, एक व्यक्ति द्वारा पान चबाकर थूकी गई पीक का औसत वजन तकरीबन 39.55 ग्राम का होता है और इसका औसत घनत्व 1.1 ग्राम प्रति मिलीलीटर तक होता है.
इसके साथ ही, ओलंपिक के स्वीमिंग पूल की क्षमता 25 लाख लीटर की होती है. इन आंकड़ों के आधार पर ‘इंडिया इन पिक्सल्स’ ने यह साबित कर दिया कि भारत में रह साल जितने लोग पान खाकर थूक देते हैं, उससे ओलंपिक के करीब 211 स्वीमिंग पूल भर सकते हैं।

इतना ही नहीं, सोशल मीडिया मंच ‘इंडिया इन पिक्सल्स’ ने राज्यवार आंकड़े भी दिया है. इसके अनुसार, उत्तर प्रदेश के लोग पान खाकर थूकने में सबसे आगे हैं. अकेले उत्तर प्रदेश के लोग हर साल पान के थूक से 46.37 स्वीमिंग पूल भर सकते हैं.
इसके बाद बिहार का नंबर है, जहां के लोग पान के थूक से 31.33 स्वीमिंग पूल भर सकते हैं. ओडिशा 28.37 स्वीमिंग पूल के साथ तीसरे स्थान पर है. सिर्फ ये तीन स्टेट मिलकर हर साल 105 ओलंपिक स्वीमिंग पूल भर सकते हैं.
Baat Hindustan Ki Online News Portal