एक सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग कोरोना से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है. जिन लोगों ने इन दोनों का पालन किया वो कोरोना की तीनों लहर में इस खतरनाक वायरस से बचे रहे।

पिछले महीने कोरोना के मामले लगभग कम होने पर हर राज्य में स्कूल, कॉलेज और दफ्तर खोल दिए गए. कोरोना गाइडलाइंस को हटा दिया गया. मास्क पर लगने वाले जुर्माने को भी खत्म कर दिया गया. इसके बाद से लोग लापरवाही करने लगे और एक बार फिर कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं. इन सबके बीच एक सर्वे रिपोर्ट में कई अहम जानकारी सामने आई है. इस सर्वे रिपोर्ट के अनुसार, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग कोरोना से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है. जिन लोगों ने इन दोनों का पालन किया वो कोरोना की तीनों लहर में इस खतरनाक वायरस से बचे रहे.
रिपोर्ट के मुताबिक, यह सर्वे लोकल सर्कल ने देश के कुल 345 जिलों में करीब 29 हजार लोगों को लेकर यह सर्वे किया था. इसमें 61 प्रतिशत पुरुष तो 39 पर्सेंट महिलाएं शामिल हुईं. इन सबसे सर्वे के बाद यह सामने आया कि इनमें से जिन लोगों ने भी शुरू से ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया और घर से बाहर निकलने पर मास्क लगाया तो उन्हें कोरोना संक्रमण नहीं हुआ. यही वजह है कि डॉक्टर भी कोरोना से बचाव के लिए इन्हीं दोनों चीजों पर जोर देते हैं.
जरूरी है मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग
अब जबकि चौथी लहर खतरा मंडरा रहा है. चीन में हालात बुरे हैं और अब कोरोना का एक्सई वेरिएंट भारत में भी कुछ लोगों में मिला है, तो ऐसी स्थिति में एक बार फिर से सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाना ही लोगों को इस खतरनाक वायरस से बचा सकता है. डॉक्टर भी लगातार लोगों से घर से बाहर निकलने पर मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील कर रहे हैं.
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