कोलकाता – नवकृष्ण ऐहिक को उनके मैथिली व्यंग्य संग्रह खुरचनभाइक कछमच्छी के लिए साहित्य अकादमी युवा पुरस्कार 2022 के लिए चुना गया है। उनका मूल नाम रूपेश कुमार झा (पिता: श्री नवकांत झा) है। उनका जन्म 27 मई 1989 को मधुबनी जिले के त्योंथा गांव में हुआ था। रूपेश कोलकाता में रहते हैं और एक आईटी प्रोफेशनल के रूप में काम करते हैं। रूपेश करीब डेढ़ दशक से स्वतंत्र लेखन के क्षेत्र में भी सक्रिय हैं।
उनकी मैथिली भाषा में कविता संग्रह ‘एक मिसिया’ (2013) और व्यंग्य संग्रह खुरचनभाइक कछमच्छी (2015) प्रकाशित हैं। उनके व्यंग्य नाटक ‘कानफुसकी’ का सफलतापूर्वक मंचन हो चुका है। रूपेश प्रतिष्ठित ऑनलाइन पत्रिका मिथिमीडिया का संपादन और संचालन कर रहे हैं। उन्हें इससे पहले नवहस्ताक्षर पुरस्कार, सीसीआरटी जूनियर फैलोशिप पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।