कोलकाता, संवाददाता : आपदा से बचाव के लिए न्यूनतम जोखिम कार्यक्रम के तहत एशियन डिजास्टर प्रिपेयरनेस सेंटर (एडीपीसी) के तत्वावधान में कोलकाता से सटे हरिणघाटा स्थित एनडीआरएफ की दूसरी बटालियन मुख्यालय में अंतरराष्ट्री स्तर का प्रशिक्षण कोर्स ‘पीयर’ शुरू हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि एक नवंबर से शुरू हुए इस प्रशिक्षण कोर्स में देशभर से एनडीआरएफ की विभिन्न इकाइयों के अधिकारी और कमांडर हिस्सा ले रहे हैं। यह प्रशिक्षण कोर्स 16 दिसंबर तक चलेगा।
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अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस प्रशिक्षण कोर्स यानी प्रोग्राम फार इनहेंस्मेंट आफ इमरजेंसी रिस्पांस (पीयर) को यूएस एजेंसी फार इंटरनेशनल डेवलपमेंट व ब्यूरो फार ह्यूमैनिटेरियन असिस्टेंस (यूएसएआइडी/बीएचएफ) द्वारा एशियन डिजास्टर प्रिपेयरनेस सेंटर के माध्यम से वित्त पोषित किया जा रहा है। एक स्वायत्त अंतरराष्ट्रीय संगठन एडीपीसी आपदाओं और जलवायु परिवर्तन संबंधी चुनौतियों का सामना करने के लिए सभी स्तरों पर क्षमता निर्माण प्रशिक्षण और इससे जुड़े पाठ्यक्रम का डिजाइन व कोर्स आयोजित करता है।
बताया गया कि इस कोर्स के माध्यम से प्रतिभागियों को न केवल एमएफआर और सीएसएसआर से संबंधित आपदा प्रतिक्रिया कौशल में प्रशिक्षित किया जाएगा बल्कि उन्हें मास्टर ट्रेनर के रूप में भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
एनडीआरएफ के डीजी भी उद्घाटन समारोह में वर्चुअल माध्यम से जुड़े
बटालियन मुख्यालय में कोर्स के शुभारंभ के मौके पर आयोजित समारोह में एडीपीसी के भारत प्रतिनिधि ब्रिगेडियर कुलदीप सिंह (रिटायर्ड), एडीपीसी के (पीयर व एसइआरबी) के चीफ आफ पार्टी फेडरिक जान आबो, दूसरी बटालियन एनडीआरएफ के कमांडेंट गुरमिंदर सिंह व कोर्स मानिटर ब्रिजेश उपाध्याय उपस्थित रहे। उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में एनडीआरएफ के महानिदेशक (डीजी) अतुल करवाल, आइपीएस भी दिल्ली मुख्यालय से आनलाइन माध्यम से जुड़े थे। इस अवसर पर एनडीआरएफ के आइजी नरेंद्र सिंह बुंदेला, आइपीएस ने मुख्य अतिथि के तौर पर वचुर्अल माध्यम से अपना संबोधन दिया।
आपदा से निपटने में काफी मददगार साबित होगा यह कोर्स : कमांडेंट गुरमिंदर सिंह
इस कोर्स के संबंध में दूसरी बटालियन, एनडीआरएफ, कोलकाता के कमांडेंट गुरमिंदर सिंह ने बताया कि यह प्रशिक्षण कोर्स देश में आपदा से निपटने में मदद करने के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) अधिकारियों व कर्मियों की क्षमता निर्माण की दृष्टि से बहुत ही उपयोगी है।
उन्होंने बताया कि इससे भविष्य में किसी भी प्रकार की आपदा से निपटने में बहुत मदद मिलेगी। सिंह ने बताया कि डेढ़ महीने तक चलने वाले इस प्रशिक्षण कोर्स के सुचारू संचालन व प्रशिक्षक टीम की सहायता के लिए सभी प्रकार की तैयारियां की गई है। उन्होंने यह भी बताया कि यह इकाई इस कोर्स के पेशेवर तरीके से संचालन के लिए एनडीआरएफ मुख्यालय और एडीपीसी के भी नियमित संपर्क में है।