जाहिद अनवर राजु
*दरभंगा*–ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय नामांकन समिति की अत्यावश्यक बैठक सभाकक्ष में हुई, जिसमें नामांकन समिति के सदस्य, सभी संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष तथा अन्य आमंत्रित सदस्यों ने भाग लिया। बैठक में राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के तहत सीबीसीएस आधारित 4 वर्षीय स्नातक कक्षा में नामांकन हेतु आगामी 25 से 8 जून के बीच ऑनलाइन आवेदन स्वीकार किए जाएंगे, जबकि वर्गारंभ आगामी 4 जुलाई से होगा। बैठक में लिए गए निर्णयानुसार आवेदक नामांकन हेतु 5 कॉलेजों का च्वाइस दे सकेंगे। वहीं उनकी सुविधा के लिए हिन्दी एवं अंग्रेजी में भरे हुए डमी फॉर्म भी उपलब्ध होंगे। आवेदक अपनी कठिनाइयों को दूर करने के लिए हेल्पलाइन नंबर पर बात कर अपनी समस्याओं का समाधान भी कर सकेंगे। कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह ने डीएसडब्ल्यू को निर्देश दिया कि वे सभी प्रधानाचार्यो एवं विभागाध्यक्षों को भरे हुए डमी फॉर्म अपने सूचना पर लगाये तथा छात्रहित में अपने महाविद्यालय में दो शिक्षकों को भी इस कार्य हेतु नियुक्त करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानाचार्य या विभागाध्यक्ष कुलपति के आदेशानुसार अपने शिक्षकों एवं सहायकों से विभागीय कार्यों में पूर्ण सहायता ले। उन्होंने बताया कि कुलाधिपति कार्यालय द्वारा जारी शैक्षणिक कैलेंडर में विश्वविद्यालय अधिकतम 7 दिनों तक ही आगे- पीछे हो सकता है। कुलसचिव प्रोफ़ेसर मुश्ताक अहमद ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए कहा कि मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एस पी सिंह के नेतृत्व में बिहार राज्य की शिक्षा-पद्धति में ऐतिहासिक परिवर्तन होने जा रहा है, जिसके लिए हम सब कुलपति महोदय को धन्यवाद देते हुए उनके प्रति आभार व्यक्त करते हैं। कुलसचिव ने बताया कि इस बार छात्रों के आईडी नंबर, क्रमांक एवं पंजीयन संख्या एक ही होगा जो पूरे कोर्स तक नहीं बदलेगा। आवेदन के दौरान यदि छात्रों की आवेदन- राशि कट जाएगी तो वह 24 घंटे में वापस उन्हें मिल जाएगी और पुनः वे अपना आवेदन जमा कर सकेंगे। आवेदन शुल्क जमा करने के भी कई विकल्प दिए गए हैं। चूंकि पहली बार 4 वर्षीय कोर्स में नामांकन प्रारंभ हो रहा है, इसलिए छात्र- छात्राओं को भी पूरी सतर्कता के साथ अपने नामांकन हेतु आवेदन फॉर्म भरना होगा, ताकि उन्हें आगे किसी प्रकार की कठिनाई न हो। नामांकन प्रक्रिया में किसी प्रकार की त्रुटि होने पर आवेदक उसे एडिट कर दूर भी कर सकेंगे। यह सुविधा भी पोर्टल में उपलब्ध है।
छात्रों की सुविधा के लिए डम्मी फॉर्म के साथ- साथ यूट्यूब, फेसबुक तथा व्हाट्सएप आदि सोशल मीडिया पर भी विश्वविद्यालय द्वारा जानकारी दी जा रही है। बैठक के प्रारंभ में डीएसडब्ल्यू प्रो विजय कुमार यादव ने सदस्यों का स्वागत किया। वहीं विश्वविद्यालय तकनीकी टीम द्वारा ऑनलाइन आवेदन भरने की प्रस्तुतीकरण बैठक में किया गया। कई सदस्यों के शंकाओं का भी समाधान किया गया। बैठक में अवनि रंजन सिंह, प्रो अशोक कुमार मेहता, डा कामेश्वर पासवान, प्रधानाचार्य डा शंभू कुमार यादव तथा डा रूपकला सिन्हा, डा आर एन चौरसिया, गणेश कुमार पासवान, सैयद मो जमाल अशरफ तथा हेमनाथ यादव के साथ ही बीएसडब्ल्यू कार्यालय के कर्मी उपस्थित थे।