हावड़ा पिछले दिनों आई तेज हवा के कारण आचार्य जगदीश चन्द्र बसु उद्यान में कई सारे पेड़ जमीन पर गिर पड़े थे जिसे फिर से दोबारा उद्यान के बैज्ञानिकों की देखरेख में खड़ा किया गया। इससे पहले भी इस उद्यान में तूफान के कारण काफी सारे पेड़ गिर पड़े थे जिसमें से कई खराब हो चुके हैं वह कई को पुनः स्थापित किया गया था।
तेज हवा के कारण इंसान को समय-समय पर काफी नुकसान पहुंचता है। और उद्यान में पेड़ गिरने के बाद सर्वे किया जाता है। इसके बाद जो पेड़ खड़ा किए जाने की संभावना रहती है उनके रो को दोबारा फिर से मशीन की सहायता से खड़ा किया जाता है और उसकी अच्छे से देखभाल की जाती है ताकि फिर दोबारा फिर से जीवित रह सके और उद्यान हरा-भरा बना रहे। धन के अधिकारियों का कहना है कि समय-समय पर इस तरह के प्राकृतिक आपदा के कारण जो पेड़ गिर पड़ते हैं उन्हें दोबारा से पुनः स्थापित करने का प्रयास किया जाता है और इनकी अच्छी तरह से देखभाल की जाती है जब तक यह तो पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो जाते।