– बंगाल की मुख्यमंत्री ने हादसे के पीछे साजिश की भी जताई आशंका
– हादसे में बंगाल के मरने वाले लोगों के स्वजनों को पांच- पांच लाख की मदद देने की घोषणा
कोलकाता : ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण ट्रेन हादसे के अगले दिन बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार दोपहर में घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। ममता ने इसके बाद वहां पत्रकारों के साथ बातचीत में कहा कि यह अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है।
ऐसा ही हादसा 1981 में भी हुआ था। ममता ने कहा कि मौत का आंकड़ा 500 तक पहुंच सकता है। उन्होंने घटनास्थल पर मौजूद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के सामने ही इस हादसे के लिए रेलवे पर लापरवाही का लगाया आरोप। ममता ने कहा कि इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस (टक्कररोधी उपकरण) नहीं लगा था, अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता। ममता ने इस हादसे के पीछे साजिश की भी आशंका जताते हुए इसकी गहन जांच की मांग की। ममता ने हादसे में बंगाल के मरने वाले लोगों के स्वजनों को राज्य सरकार की तरफ से पांच- पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की भी घोषणा की।
मुख्यमंत्री ने कहा- हमारे राज्य के जिन लोगों की इस हादसे में मृत्यु हुई है, उनके स्वजनों को हम पांच-पांच लाख रुपये देंगे। साथ ही हम राहत और बचाव कार्य में ओडिशा सरकार और रेलवे का पूरा सहयोग करेंगे। ममता ने बालासोर के विभिन्न अस्पतालों में जाकर हादसे में घायल यात्रियों से भी मुलाकात कीं।इससे पहले बंगाल सरकार ने शुक्रवार शाम हुए इस ट्रेन हादसे के कुछ घंटे बाद ही वरिष्ठ मंत्री मानस भुइयां के नेतृत्व में एक चार सदस्यीय उच्चस्तरीय टीम को रात में ही बालासोर के लिए भेज दिया था। साथ ही जिला प्रशासन के अनुरोध पर सीमावर्ती जिलों से कई एंबुलेंस को भी भेजा था।