सोनु झा
कोलकाता : भारत और बांग्लादेश के सीमा रक्षक बलों के बीच विश्वास निर्माण और संबंधों में और अधिक प्रगाढ़ता लाने के लिए बंगाल के मालदा जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बीएसएफ व बीजीबी के क्षेत्रीय कमांडरों के बीच शिष्टाचार बैठक आयोजित की गई। बल की 70वीं वाहिनी की सीमा चौकी महादीपुर में सौहार्दपूर्ण माहौल में शुक्रवार को हुई इस बैठक में बीएसएफ प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक (आइजी) आयूष मणि तिवारी, आइपीएस ने किया। वहीं, बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) की तरफ से 21 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उत्तर पश्चिम क्षेत्र रंगपुर के रीजन कमांडर अतिरिक्त महानिदेशक मोहम्मद मोर्शेद आलम ने किया। शनिवार को एक बयान में बताया गया कि कई घंटे तक चली इस बैठक में दोनों पक्षों ने सीमा पार अपराधों के सभी रूपों को रोकने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। बैठक में दोनों बलों के कमांडरों व अधिकारियों ने सीमा से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की और आपसी संबंधों को और आगे बढ़ाने के रास्ते तलाशे।
बैठक से पहले बीएसएफ आइजी व अन्य अधिकारियों ने बीजीबी प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया। बीएसएफ प्रवक्ता ने बताया कि बैठक का उद्देश्य दोनों देशों के सीमा रक्षक बलों के बीच विश्वास निर्माण और संबंधों में और अधिक प्रगाढ़ता लाना है। शिष्टाचार मुलाकात ने बीएसएफ और बीजीबी के बीच सहयोग और समझ को मजबूत करने के लिए चल रहे प्रयासों का उदाहरण दिया। उन्होंने बताया कि इस तरह की गतिविधियां भारत-बांग्लादेश सीमा पर शांति और सुरक्षा बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं, जिससे दोनों देशों के बीच समग्र द्विपक्षीय संबंधों में योगदान होता है। ये दोनों कमांडरों के बीच पहली शिष्टाचार बैठक भी थी।