कहां गई लोगों के अंदर की मानवता?
मानवता शर्मसार हो रही है। हजारो लोगो का हावड़ा स्टेशन पर आना जाना लगा रहता है परंतु स्टेशन के मुख्य द्वार के समक्ष पिछले सात दिनों से परी दृष्टिहिन अज्ञात महिला का सुध लेने वाला कोई नहीं। 
एक अनजान समाजसेव बैजनाथ पाठक के द्वारा मिली सूचना के बाद आनन फानन में मिथिला विकास परिषद के अध्यक्ष अशोक झा अपने सहयोगियों में संतोष खेरवार, मिथिला विकास परिषद के अन्यतम सचिव अशोक झा (2) विनोद झा एवं मदन चौधरी के संग हावड़ा स्टेशन के मुख्य द्वार पर बैठी उस वृद्ध महिला की सुध लेने पहुंचे।
अशोक झा के द्वारा उस अज्ञात वृद्ध महिला से मैथिली भाषा में बातचीत करने पर वह अपना नाम उर्मिला और मिथिला के नरकटीयागंज स्थित बेलाही की रहने वाली बता रही थी। उससे जब उसके परिजनों के बारे में पूछा गया तो रोते हुए सिर्फ इतना ही कह रही थी की उसका कोई बेटा या बेटी नही है, वे सिर्फ इतना ही गुहार लगा रही थी, की उसे बेलाही पहुचां दिया जाय। अशोक झा ने मिथिला विकास परिषद के अन्यतम सचिव अशोक झा द्वितीय को प्रतिदिन महिला को जलपान व भोजन की व्यवस्था करने का दायित्व देते हुए महिला को फल, विस्कुट व पीने का पानी के संग रात्रि भोजन की भी व्यवस्था कि.

मौके पर अशोक झा, वृज नाथ पाठक, अशोक झा, द्वितीय, संतोष खेरवार, ने जी आर पी हावडा के प्रभारी से भेंट कर वृद्ध महिला को उसके ठिकाने पर पहुँचाने कि माँग करते हुए ज्ञापन दिया। जी आर पी प्रभारी के निर्देश पर थाना में उपस्थित ड्यूटी अफसर श्रीमती नयन तारा नंदी उस महिला से भेंट कर उचित व्यवस्था किये जाने का अश्वासन दिया। 
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