सोनु झा
कोलकाता : बंगाल में पंचायत चुनाव के मतदान से पहले जारी हिंसा के बीच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने बीरभूम जिले के नलहाटी थाना क्षेत्र में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के एक प्रत्याशी के दो ठिकानों पर छापेमारी कर भारी मात्रा में विस्फोटक व हथियार जब्त किए हैं।एनआइए के सूत्रों ने कहा कि संदिग्ध मनोज घोष के दो अवैध गोदामों में बुधवार को छापेमारी की गई, जिसमें बड़ी मात्रा में अमोनियम नाइट्रेट, जिलेटिन की छड़ें और डेटोनेटर के अलावा एक देसी पिस्तौल, कुछ गोला- बारूद और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए। पता चला है कि जिले के बहादुरपुर पंचायत से तृणमूल प्रत्याशी मनोज घोष पत्थर खदान व्यवसायी भी हैं। एनआइए की इस कार्रवाई से हड़कंप मचा है।
भारी मात्रा में विस्फोटक मिलने से पुलिस भी सकते में है। एनआइए इस बात की जांच में जुटी है कि ये विस्फोटक कहां से आए और किस उद्देश्य के लिए रखा गया था।
एनआइए सूत्रों के अनुसार, बंगाल पुलिस के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) द्वारा जून, 2022 में
बीरभूम के मोहम्मद बाजार थाना क्षेत्र में एक वाहन से 81,000 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर की जब्ती के मामले में भी मनोज संदिग्ध हैं। सितंबर 2022 में एनआइए ने मामला दर्ज कर इस मामले की जांच अपने हाथ में ले ली थी। संयोग से इस मामले में एनआइए ने बुधवार को ही विशेष अदालत में अपना पहला पूरक आरोप पत्र भी दाखिल किया था।
इधर, इस जब्ती के बाद सियासत भी गर्मा गई है। विपक्षी भाजपा के जिला अध्यक्ष ध्रुव साहा ने आरोप लगाया है कि तृणमूल प्रत्याशी के घर इतने विस्फोटक मिलने से साफ है कि पंचायत चुनाव में यहां पर हिंसा व अशांति फैलाने की तैयारी थी।
बता दें कि हिंसा के लिए सुर्खियों में रहने वाले बीरभूम जिले से अक्सर बमों, हथियारों व अन्य विस्फोटकों की बरामदगी होती रही है।