ओडिशा ट्रेन हादसे के एक महीने के बाद रेलवे का बड़ा एक्शन, दक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक अर्चना जोशी को हटाया
– अनिल कुमार मिश्रा को बनाया गया नया महाप्रबंधक
कोलकाता : ओडिशा के बालासोर में ट्रिपल ट्रेन हादसे के लगभग एक महीने बाद रेल मंत्रालय ने बड़ा एक्शन लेते हुए दक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक (जीएम) अर्चना जोशी को उनके पद से हटा दिया है। रेलवे बोर्ड की सिफारिश पर कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अनिल कुमार मिश्रा को उनकी जगह दक्षिण पूर्व रेलवे का नया महाप्रबंधक बनने की मंजूरी दी है।आज एक जुलाई से नई नियुक्ति प्रभावी हुई है।
भारतीय रेलवे ने कहा है कि अर्चना जोशी को नई जिम्मेदारी दी गई है। उन्हें कर्नाटक के येलहंका में रेल पहिया फैक्टरी का महाप्रबंधक बनाया गया है।
भारतीय रेलवे ट्रैफिक सर्विस (आईआरटीएस) की 1985 बैच की अधिकारी अर्चना जोशी ने 30 जुलाई, 2021 को दक्षिण पूर्व रेलवे की महाप्रबंधक का पद संभाला था। वह महाप्रबंधक बनने वाली पहली महिला आईआरटीएस अधिकारी थीं।
इससे पहले भी कई अधिकारियों के तबादले
गौरतलब है कि बालासोर हादसे के बाद इससे पहले रेलवे बोर्ड ने अपर महाप्रबंधक (एजीएम) और खड़गपुर के मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) समेत दक्षिण पूर्व रेलवे जोन के पांच वरिष्ठ अधिकारियों का हाल में तबादला कर दिया था।
2 जून की शाम हुआ था हादसा
गौरतलब है कि 2 जून की शाम ओडिशा के बालासोर जिले में बहनागा बाजार रोड रेलवे स्टेशन के पास हावड़ा के शालीमार से चेन्नई जाने वाली कोरोमंडल एक्सप्रेस एक मालगाड़ी से टकराकर डिरेल हो गई थी। उसी वक्त हावड़ा की तरफ आ रही बेंगलुरु एक्सप्रेस की कोरोमंडल के डिब्बों से टक्कर हो गई। इस हादसे में 292 लोगों की मौत हो गई जबकि एक हजार से अधिक लोग घायल हो गए थे।
रेलवे बोर्ड ने शुरुआत में कहा था कि सिग्नल में गड़बड़ी के कारण यह हादसा हुआ। इस घटना की सीबीआइ भी जांच कर रही है।
हादसे में मारे गए 52 लोगों की अभी तक शिनाख्त नहीं हो सकी है। भुवनेश्वर में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में शवों को सुरक्षित रखा गया है। भुवनेश्वर नगर निगम की मेयर सुलोचना दास ने बताया कि एम्स भुवनेश्वर में 81 शव हैं। एक ही शव के लिए कई दावेदार सामने आए हैं। इसलिए नमूने डीएनए परीक्षण के लिए भेजे हैं। उनमें से 29 नमूनों की पुष्टि प्राप्त हो गई है, और उनके रिश्तेदारों/दावेदारों को सूचित कर दिया गया है।