– भांगड़ में संघर्ष के दौरान गोली लागने से एएसपी व उनका अंगरक्षक भी गंभीर रूप से घायल
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव का परिणाम आने के बाद भी बेलगाम हिंसा जारी है। बीती रात से लेकर बुधवार सुबह तक ताजा हिंसा में चार लोगों की मौत की खबर है। इसमें चुनाव के दौरान हिंसा का केंद्र रहे दक्षिण 24 परगना जिले के भांगड़ में देर रात मतगणना केंद्र के बाहर जबरदस्त हिंसा भड़की, जिसमें बम व गोली लगने से इंडियन सेकुलर फ्रंट (आइएसएफ) के दो कार्यकर्ताओं सहित तीन लोगों की मौत हो गई। हत्या का आरोप सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर है। यहां तृणमूल व आइएसएफ के बीच संघर्ष के दौरान गोली लागने से अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) व उनका अंगरक्षक भी गंभीर रूप से घायल हैं। दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसके अलावा जिले के रायदिघी इलाके में एक राजनीतिक कार्यकर्ता की मौत की खबर है। भांगड़ में बताया जा रहा है कि
कंथालिया इलाके में एक स्कूल में बनाए गए मतगणना केंद्र पर काउंटिंग के दौरान आगे रहने पर आइएसएफ कार्यकर्ता देर रात जश्न मना रहे थे, तभी उनपर बमों से हमला शुरू हुआ। इसके बाद दोनों पक्षों में जबरदस्त झड़पें हुईं। बम व गोली लगने से दो आइएसएफ कार्यकर्ता रेजाबुल गाजी (24) और हसन अली मोल्ला (26) की मौत का पार्टी ने दावा किया है। इसके अलावा यहां हिंसा की चपेट में आने से एक अन्य व्यक्ति राजू मोल्ला (27) की भी मौत की खबर है। बताया जा रहा है कि वह मंगलवार देर रात अपनी मौसी के घर जा रहा था, तभी कंथालिया हाईस्कूल के काउंटिंग सेंटर के बाहर संघर्ष के दौरान उसे गोली लगी। उसे गंभीर हालत में नेशनल मेडिकल कालेज ले जाया गया तो मृत घोषित कर दिया गया।
इधर, आइएसएफ ने इन हत्याओं के लिए तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय बाहुबली नेता अराबुल इस्लाम को जिम्मेदार ठहराया है और उन्हें कड़ी सजा देने की मांग की है। हालांकि तृणमूल ने आरोपों को खारिज किया है। इस घटना से इलाके में भारी तनाव है। देर रात से ही भारी पुलिस बल मौके पर तैनात हैं।