
हावड़ा ः शिवपुर थानांतर्गत अवनी शॉपिंग मॉल के प्रथम तल्ल्ले के एक्सलेटर (विद्युत सिढ़ी) में एक बच्चे का हाथ फंस गया। उस विद्युत सिढ़ी में हाथ फंसने से उसका हाथ बुरी तरह घायल हो गया। उसे गंभीर अवस्था में कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बच्च्चे का नाम साहिल है। वह हावड़ा के ट्राम डीपो का रहनेवाला है। प्राप्त जानकारी के अनुसार साहिल अपने माता-पिता के साथ उस शापिंग मॉल में घूमने आया था।

उतरते समय तभी उसका हाथ विद्युत सिढ़ी में फंस गया। आरोप है कि ढाई घंटे तक उसका हाथ सिढ़ी में फंसा रहा। खबर मिलते ही डीसी सेंट्रल मौके पर पहुंचे। दमकल व पुलिस भी पहुंची। दो घंटे के बाद उसका हाथ सिढ़ी से बाहर निकाला गया। इस दौरान उसका हाथ पुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। आनन-फानन में उस बच्चे को कोलकाता के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। लोगों का आरोप है कि मॉल में सुरक्षा व्यवस्था नहीं के बराबर है। वह जब इस विषय में अवनी मोल में उपस्थित लोगों से हमारे संवाददाता ने बात की लोगों ने बताया कि जानकारी मिलने के बाद अभी मॉल के अधिकारी तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और मशीन को बंद कर दिया गया, घटना की जानकारी पुलिस प्रशासन को दी कुछ ही देर में देखते ही देखते पुलिस भी पहुंच गई और बच्चे को बचाने की जद्दोजहद शुरू की गई लेकिन सवाल उठता है कि इतने बड़े एक शॉपिंग मॉल में अगर इस तरह की घटना घट जाए तो क्या बच्चे को बचाने के लिए 2 घंटे तक इंतजार करना पड़ेगा भगवान ना करे कि अगर कुछ बड़ा हादसा हो जाए तो क्या 2 घंटे तक मॉल प्रशासन मौन बैठे इंतजार करेगी मॉल के अंदर ऐसी समुचित व्यवस्था होनी चाहिए, वही मॉल में घूमने आए आशीष ने बताया कि जब मैंने सुना की अवनी मॉल में सीधी में एक बच्चे का हाथ फस गया है तो वहां देखने पहुंचने पर देखा काफी लोग जमा है और बच्चे को हौसला दिया जा रहा है ,ताकि उसे यह एहसास ना हो कि लोग उसे असहाय छोड़ दिए हैं,

वही घटनास्थल पर प्रशासन की ओर से पहुंचे अधिकारियों ने आनन-फानन में सीढ़ी को खोल बच्चे को बाहर निकाला और उसे तुरंत कोलकाता के अस्पताल ले जाया गया इलाज के लिए वही हम लोगों को पुलिस प्रशासन की ओर से तुरंत मॉल खाली करने का आदेश दिया गया आनन-फानन में मॉल के सभी दुकानें बंद होने लगी लोग चारों ओर से बाहर निकलना शुरू कर दिए, मॉल में खरीदारी करने के लिए आए अभिषेक नामक एक व्यक्ति ने बताया कि इसमें सरासर अवनी मॉल की लापरवाही है मॉल प्रशासन को तुरंत व्यवस्था लेना चाहिए 2 घंटे मामूली नहीं होते इस दौरान कुछ भी हो सकता था जिला प्रशासन को इस पर ध्यान देना चाहिए.

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