
संघमित्रा सक्सेना
नॉर्थ 24 परगना:बैरकपुर की बात जब भी सामने आती है तभी बैरकपुर उद्योग अंचल की याद आता है। फिर से एकबार सुर्खियों में बैरकपुर उद्योग अंचल। जी हां, इस बार मुद्दा पंचायत चुनाव का। बैरकपुर एक के अंदर 8 पंचायत हैं। जिसकी मतगणना मखनपुर हाई स्कूल में हुआ। मतगणना के दौरान जैसे-जैसे रिजल्ट सामने आया वैसे-वैसे विपक्षी लगभग भाग खड़े हुए काउंटर सेंटर से। मामूदपुर से भाजपा नेत्री फाल्गुनी पात्र पर बूथ एजेंट बनने का आरोप था। साथ ही फाल्गुनी की मुख्य विपक्षी प्रियंका मालाकार पर जीत की दवाव थी। और जिसे उन्होंने साबित भी की। एकबार फिर बैरकपुर एक में तृणमूल कांग्रेस ने हरी झंडी लहराई।

आप बात करेंगे बैरकपुर टू की, यहां कुल मोहनपुर, पातुलिया, बांदीपुर, बिल्कंडा एक, बिल्कंडा दो, शिवली सहित छः अलग अलग पंचायत। बता दे कि मोहनपुर पंचायत में जहां पर निर्दल उम्मीदवार पर गोली चली थी वहीं रीपोल के उपरांत निर्दलीय उम्मीदवार अरिजीत दास जीत गए। वहीं शिउली पंचायत शिउली पंचायत में जहां बैलट बॉक्स तोड़ा गया था वहां रिपोल के बाद माकपा प्रार्थी ने अपनी जीत दर्ज कराई। स्थानीय लोगों का कहना है कि ममता बनर्जी की लक्ष्मी भंडार और स्वास्थ्य साथी जैसे परियोजना बंगाल के लोगों ने खूब सराहा, जिसकी नतीजा आप सभी के सामने हैं। ओवरऑल नतीजा देखते हुए टीएमसी उम्मीदवार निर्मल कर का कहना है कि शुभेंदु अधिकारी जितना अशांति फैलाएगा तृणमूल उतना अच्छा काम करेगी।

जिसे देख जनता आपने आप वोट देगी और यह साबित भी हो चुकी है, मेहज कुछ एक जगह के अलावा। बैरकपुर एक और बैरकपुर दो मिलाकर स्कूल 14 पंचायत है जिसमें 349 सीटों पर 344 में तृणमूल अपना हक जमाया। पंचायत चुनाव के दौरान सेंट्रल फोर्स ना होने से लेकर प्रोक्सी वोट जैसे कई शिकायत राज्यपाल के पीस रूम में दर्ज कराई गई, लेकिन इसके बावजूद बैरकपुर उद्योग आंचल हरा रंग को ही अगले 5 सालों के लिए हरी झंडी दिखा दी। अभी देखना यह है कि इन 5 सालों में क्या बैरकपुर उद्योग आंचल सच में हरिभरी होगी? यहीं सबसे बड़ा चैलेंज तृनमुल के लिए।

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