कोलकाता : बीएसएफ जवानों ने नदिया जिले के सीमावर्ती क्षेत्र में सर्पदंश से पीडि़त एक युवती को समय पर अस्पताल पहुंचाकर एक बार फिर मानवता का परिचय दिया है, जिसकी वजह से उसकी जान बच गईं। बुधवार को एक बयान में बताया गया कि यह घटना दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत 86वीं वाहिनी की सीमा चौकी शिकारपुर इलाके की है। इसके अलावा इस वाहिनी के जवानों ने घरेलू कलह के चलते जहर खाकर खुदकुशी करने की कोशिश करने वाले एक शख्स को भी अस्पताल पहुंचाकर जान बचाई। अधिकारियों ने बताया कि पहली घटना मंगलवार की है, जब न्यू शिकारपुर गांव की एक युवती मामोनी महतो (25) को अचानक जहरीले सांप ने काट लिया, जिसकी वजह से युवती की हालत खराब होने लगी। स्वजन आनन- फानन में पास में स्थित बीएसएफ की सीमा चौकी शिकारपुर पहुंचे और कंपनी कमांडर को घटना से अवगत करवाया। तत्पश्चात, कंपनी कमांडर ने तुरंत नर्सिंग सहायक के साथ बीएसएफ एंबुलेंस को भेजकर पीडि़ता युवती को करीमपुर अस्पताल पहुंचाया। समय पर इलाज होने से युवती की स्थिति अभी ठीक है।
एक अन्य घटना में मंगलवार देर रात उसी गांव के बबलू शेख (48) ने जहर खाकर खुदकुशी की कोशिश की। सूचना मिलते ही बीएसएफ एंबुलेंस से उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया। उपचार के बाद वह ठीक है। इधर, समय पर मदद के लिए दोनों के स्वजनों ने बीएसएफ का आभार जताते हुए कहा कि अगर वह सही समय पर सहायता नहीं करती तो कोई बड़ी अनहोनी हो सकती थी।