कोलकाता : स्वच्छता पखवाड़ा के एक भाग के रूप में राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय के सहयोग से राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद की इकाई साइंस सिटी, कोलकाता में वंचित बच्चों को प्रशिक्षित करने के लिए वेस्ट टू वेल्थ कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें हिस्सा लेने वाले तीन प्रमुख गैर सरकारी संगठनों से जुड़े लगभग 30 वंचित बच्चों ने कचरे (अपशिष्ट पदार्थों) का उपयोग करके विभिन्न उत्पाद बनाना सीखा।
गुरुवार को चार दिवसीय कार्यशाला के समापन के अवसर पर वंचित बच्चों ने अपशिष्ट पदार्थों का उपयोग करके विभिन्न उत्पाद बनाए और इसे लोगों के समक्ष प्रदर्शित किया गया। साइंस सिटी द्वारा एक बयान में बताया गया कि बच्चों द्वारा बनाए गए विभिन्न उत्पादों एवं सजावट की वस्तुओं में फूलदान, पेन स्टैंड, मास्क, फोटो फ्र म, पेंट की हुई प्लेटें, कैरी बैग आदि शामिल हैं। बच्चों को इन उत्पादों को बनाने का प्रशिक्षण साइंस सिटी के विशेषज्ञों ने दिया। इस अवसर पर स्वच्छता और सुरक्षित पर्यावरण पर दो कठपुतली शो भी आयोजित किए गए। इस मौके पर साइंस सिटी के निदेशक अनुराग कुमार ने कहा कि इस कार्यशाला के माध्यम से समाज के ये वंचित बच्चे मूल्यवान जीवन कौशल सीखकर लाभ प्राप्त करेंगे और आर्थिक विकास में योगदान देंगे।
वहीं, एनएसएसओ के अतिरिक्त महानिदेशक पी संगीत कुमार ने कहा कि स्वच्छता के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एनएसएसओ द्वारा देश भर में पहल की गई है। इस मौके पर सर्वेक्षण डिजाइन और अनुसंधान प्रभाग, एनएसएसओ के उप महानिदेशक व आयोजन समिति के अध्यक्ष ओंकार प्रसाद घोष समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।