– भारतीय सीमा में घुसकर जबरन तस्करी की कोशिशों को जवानों ने किया नाकाम
– धारदार हथियारों से लैस तस्करों ने दूसरी जगह भी फेंसिंग काटने की कोशिश की
संवाददाता, कोलकाता : पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत- बांग्लादेश सीमा पर शनिवार तड़के बीएसएफ जवानों और तस्करों के बीच फिर जबर्दस्त मुठभेड़ हुई। धारदार हथियारों से लैस बांग्लादेशी तस्करों के दल द्वारा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगे स्मार्ट फेंसिंग (तारबंदी) को काटकर भारतीय सीमा में घुसने और जबरन सामानों की तस्करी कर ले जाने के एक दुस्साहसिक प्रयास को बहादुर जवानों ने विफल कर दिया। इस दौरान बौखलाए तस्करों द्वारा जवानों पर हमले के बाद बीएसएफ की जवाबी फायरिंग में गोली लगने से चार बांग्लादेशी तस्करों के घायल होने की खबर है। बीएसएफ सूत्रों ने बताया कि यह घटना दक्षिण बंगाल फ्रंटियर अंतर्गत 68वीं वाहिनी की सीमा चौकी सिंघमौरा इलाके में सुबह करीब तीन बजे घटी।
अधिकारियों ने बताया कि सीमा के पास जवानों ने बांग्लादेश की ओर से 10 से 15 तस्करों को तेज धार वाले हथियारों के साथ भारतीय सीमा में आते देखा। जवानों ने जब उन्हें रूकने की चुनौती दी तो तस्कर इसे नजरअंदाज कर स्मार्ट फेंसिंग (तारबंदी) को काटने लगे। कुछ तस्करों ने जवानों पर पथराव भी शुरू कर दिया। इसके बाद जवानों ने पहले गैर घातक (नान लीथल) हथियार से फायर किया, पर तस्करों का इसका कोई असर नहीं हुआ और वे लगातार उनकी तरफ तेज धार वाले दाह व तलवारों से हमला करने लगे। इसके बाद अपनी जान को खतरे में देखकर जवानों ने घातक हथियार से फायरिंग की, जिसके बाद सभी तस्कर मौके से पीछे हटे और घनी झाडिय़ों और अंधरे का फायदा उठाकर वापस भाग गए। तस्करों ने दूसरी जगह फिर से स्मार्ट फेंसिंग को काटने की कोशिश की, पर जवानों ने वहां भी उन्हें करारा जवाब दिया और सभी को वापस बांग्लादेश में खदेड़ दिया। बीएसएफ को बाद में सूत्रों से पता चला कि इस घटना मे तीन से चार बांग्लादेशी तस्कर घायल हुए हैं। हालांकि तस्करों को अपने इरादों में सफलता नहीं मिली, लेकिन वे हाल ही में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर लगाई गई स्मार्ट फेंसिंग के एक छोटे हिस्से को काटने मे सफल रहे।
बीएसएफ ने बीजीबी के समक्ष उठाया मुद्दा
इधर, इस दुस्साहसिक घटना में बांग्लादेशी तस्करों के होने की पुष्टि के बाद बीएसएफ ने अपने समकक्ष बार्डर गार्ड बांग्लादेश (बीजीबी) के साथ फ्लैग मीटिंग कर कड़ा विरोध जताया है। बीएसएफ ने बीजीबी से भविष्य में इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सीमा पार तस्करों को रोकने व उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा है। बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, गुरुवार रात में भी बांग्लादेशी तस्करों ने तारबंदी को कई जगहों पर काटने का प्रयास किया था। इसके बाद बीएसएफ के कमांडरों ने अपनी रणनीति मे बदलाव किया और तस्करों के तारबंदी काटकर तस्करी करने के बड़े प्रयास को विफल करने में कामयाबी हासिल की।
तस्कर अक्सर करते हैं जवानों पर हमला : बीएसएफ प्रवक्ता
इधर, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर बीएसएफ के प्रवक्ता व डीआइजी एके आर्य ने बताया कि जब तस्करों को उनके गलत मंसूबों में सफ़लता नहीं मिल पाती तो वे झुंझलाकर जवानों पर अक्सर जानलेवा हमला करते हैं। जिसके परिणामस्वरूप कई बार तस्करों को गंभीर परिणाम भुगतने पड़ते हैं।