
हावड़ा शालीमार GRP ने कल डोमजूर पुलिस स्टेशन के अंकुरहाटी से बिनोद साव नाम के एक आदमी को गिरफ्तार किया। GRP सूत्रों के मुताबिक, 11 तारीख को शालीमार GRP में एक लिखित शिकायत दी गई थी कि सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे करीब 30 लाख रुपये की ठगी की गई है। यह शिकायत मिलने के बाद हावड़ा शालीमार GRP के अधिकारी हरकत में आए। उन्होंने जांच शुरू की और जब योग दल का रहने वाला यह आदमी कल अंकुरहाटी से जा रहा था, तो उसे सबसे पहले गिरफ्तार किया गया और पूछताछ के बाद पता चला कि उसके पास दो मोबाइल फोन थे। उन दो मोबाइल फोन में उसके पिता के नाम का नकली SIM लगाकर दो तरह के I-card लिए गए थे। इसके अलावा, राज्य सरकार और भारत सरकार के दो सरकारी स्टैंप और कई डॉक्यूमेंट मिले। इस घटना में बिनोद साव को आज शालीमार GRP ने हावड़ा डिस्ट्रिक्ट कोर्ट भेज दिया। पूरी घटना की जांच शुरू कर दी गई है। पता चला है कि विनोद साव एक बिजनेसमैन है जो रेलवे स्क्रबर का काम करता है और उसे बेचता है। उसने ठगे गए लोगों को अपना परिचय दिया कि उसके बड़े रेलवे अधिकारियों से कनेक्शन हैं और वह उस पहचान का इस्तेमाल करके उन्हें नौकरी दिला देगा। मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल के तीन लोगों ने उसे 10 लाख से 30 लाख टका तक दिए लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। बाद में उन्हें पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ है। फिर उन्होंने शालीमार GRP से संपर्क किया और शिकायत की। तालिमा GRP ने पूरी घटना की जांच शुरू कर दी है।
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