DURGAPUR
WEST BENGAL
BHK BURO
दुर्गापुर:पूर्व भारतीय क्रिकेटर अरुण लाल ने दिल्ली पब्लिक स्कूल, दुर्गापुर में आयोजित वार्षिक खेल दिवस के दौरान खेलों की अहमियत पर जोर देते हुए कहा कि टैलेंट को जरूरत से ज्यादा महत्व दिया जाता है, जबकि असली सफलता कड़ी मेहनत, मजबूत संकल्प और आत्मविश्वास से मिलती है।कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में अरुण लाल ने विद्यालय के खेल माहौल और आधुनिक सुविधाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह का सकारात्मक वातावरण छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए बेहद जरूरी है और हर बच्चे को सही उम्र में प्रेरणा मिलनी चाहिए।खेलों को शिक्षा का अभिन्न हिस्सा बताते हुए अरुण लाल ने कहा कि खेलों के बिना शिक्षा अधूरी है। उन्होंने कहा कि ईमानदारी, अनुशासन, टीमवर्क और एक-दूसरे के प्रति सम्मान जैसे मूल्य खेलों के माध्यम से ही सीखे जाते हैं, जिन्हें कक्षा में पढ़ाया नहीं जा सकता।युवाओं में बढ़ती मोबाइल फोन की लत पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि खेल ही युवाओं को असफलता से उबरना, दोबारा संघर्ष करना और लक्ष्य हासिल करना सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि मोबाइल पर बैठकर राष्ट्र निर्माण संभव नहीं है और इसी सोच के साथ “खेलो इंडिया” जैसे अभियान चलाए जा रहे हैं।बंगाल में क्रिकेट की स्थिति पर बोलते हुए अरुण लाल ने कहा कि राज्य पिछले कुछ वर्षों से घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। रणजी ट्रॉफी में बंगाल की टीम नियमित रूप से सेमीफाइनल और फाइनल तक पहुंच रही है। हालांकि इस साल सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में टीम क्वालीफाई नहीं कर पाई, लेकिन युवा और जूनियर स्तर पर बंगाल का प्रदर्शन मजबूत बना हुआ है।
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