जाहिद अनवर राजु
*दरभंगा*–समाहरणालय स्थित डॉ.बाबा साहेब डॉ.भीमराव अम्बेडकर सभागार के समीप से माहवारी स्वच्छता दिवस के अवसर पर महिला स्वच्छता प्रबंधन कार्यक्रम के तहत महावारी स्वच्छता दिवस मनाने एवं उसके प्रति जागरूकता लाने के उद्देश्य से वन स्टॉप सेंटर, दरभंगा महिला एवं बाल विकास निगम, पटना के द्वारा आयोजित रैली को जिलाधिकारी राजीव रौशन द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। जारूकता रैली का मुख्य उद्देश्य राज्य में 15 से 24 वर्ष की आयु की किशोरियों व महिलाओं के बीच साफ सुरक्षित तरीके से माहवारी के प्रबंधन को बढ़ावा देना है। रैली में सभी प्रतिभागी अपनी हथेली पर लाल रंग का गोल बनाकर रेड डॉट चैलेंज को प्रदर्शित किया गया। सेंटर मैनेजर श्रीमती अजमतूननेशा द्वारा “माहवारी को ना मानो परेशानी, है यह नारी शक्ति की निशानी” का नारा लगवाते हुए रैली का नेतृत्व किया गया। समाहरणालय से लहेरियासराय टावर, लोहिया चौराहा, पोलो फील्ड एवं विभिन्न मार्गों से होकर रैली वापस समाहरणालय आई और यह सभा में तब्दील हो गई। उक्त रैली में आशा दीदी, जीविका दीदी, सेविका सहायिका, महिला पर्यवेक्षिका से साथ-साथ विभिन्न स्कूलों की 500 छात्राएं एवं महिलाएं सम्मिलित हुई। इस अवसर पर अपर समाहर्ता-सह-अपर जिला दण्डाधिकारी राजेश झा “राजा”, सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार, उप निदेशक जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी डॉ.रश्मि वर्मा, डी.पी.एम (जीविका) ऋचा गार्गी, आराधना कुमारी, अनुपम मिश्रा, इंदिरा कुमारी, शिव गंगा देवी, महावीर पासवान, देवी सरोज, शिक्षा विभाग के लोग सम्मिलित थे। माहवारी स्वच्छता दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम के तहत विभिन्न विभागों के वक्ताओं द्वारा विस्तारपूर्वक माहवारी स्वच्छता पर जानकारी बच्चियों को उपलब्ध कराई।।रैली को रवाना करने के उपरांत जिलाधिकारी ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि यह रैली समाज कल्याण विभाग के निर्देश के आलोक में निकाली गयी है। इस रैली के माध्यम से जिले में किशोरियों एवं महिलाओं को माहवारी स्वच्छता के लिए संदेश देने का कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महिला स्वास्थ्य के लिए यह बहुत ही उपयोगी कदम है। उन्होंने कहा कि रैलियों के माध्यम से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में घूम-घूम कर माहवारी स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों में आँगनवाड़ी केन्द्रों एवं अन्य नारी संगठन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। रेड डॉट चैलेंज, जो हाथों में लगा कर यह संदेश देने का कार्य किया जा रहा है, कि महावारी कोई बीमारी नहीं है, इसकी स्वच्छता का ख्याल किस प्रकार रखा जाए, जिससे कि महिला स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके। उन्होंने ने कहा कि इसका मुख्य उद्देश्य महिला स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता है।