ममता के बयान के तुरंत बाद संवाददाताओं से बातचीत में राज्यपाल बोस ने कहा कि हमने पूर्व मुख्य सचिव राजीव सिन्हा को इस विश्वास के साथ चुनाव आयुक्त नियुक्त किया था कि वह स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराएंगे। लेकिन राज्य के कुछ हिस्सों में नामांकन के दौरान जिस प्रकार से हिंसा हुई, आयोग की भूमिका व निष्क्रियता से लोगों में निराशा है। राज्यपाल ने कहा कि इस तथ्य से इन्कार नहीं किया जा सकता कि हिंसा हुई है। उन्होंने कहा- चुनाव आयोग को न केवल निष्पक्ष होना चाहिए, बल्कि निष्पक्ष माना भी जाना चाहिए।