हावड़ा : हावड़ा जिला अस्पताल से एक मरीज रहस्यमय तरीके से गायब हो गया। अगले दिन शिवपुर थाने की पुलिस ने उसका शव फोरशोर रोड से बरामद किया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल की सुरक्षा में लापरवाही के चलते यह घटना हुई है। हालांकि अस्पताल प्रशासन ने घटना की जांच शुरू कर दी है।जानकारी के अनुसार, जगाछा निवासी 48 वर्षीय गिरीश अधिकारी को 14 जुलाई की शाम हावड़ा जिला अस्पताल के मेल मेडिकल वार्ड में दिल की बीमारी होने पर भर्ती कराया गया था। वहां उसका इलाज चल रहा था। 15 तारीख की दोपहर को परिजनों ने मरीज को रात 8 बजे तकअस्पताल में देखा। इसके बाद परिजन घर लौटे तो रात करीब 10 बजे मरीज अस्पताल से लापता हो गया। शुक्रवार की सुबह फरशोर रोड के पास स्थानीय लोगों ने मरीज को अस्वस्थ्य अवस्था में देखा। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तड़प-तड़प कर उसकी वहीं मौत हो गई। सूचना मिलते ही सिविक वॉलिंटियर मौके पर पहुंचे। फिर उन्होंने शिवपुर थाने को सूचना दी। मरीज को वापस हावड़ा जिला अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
इधर, मरीज के लापता होने के तुरंत बाद, अस्पताल के अधिकारियों ने हावड़ा पुलिस स्टेशन में गुमशुदगी की डायरी दर्ज करा दी। शुक्रवार को जगाछा थाने से परिवार को लापता होने की सूचना दी गयी। इसके बाद मरीज की पत्नी और बेटी ने उसे खोजने के लिए अस्पताल परिसर और आसपास के इलाकों में तलाशी शुरू की। हालांकि उसका कोई सुराग नहीं मिला। अंत में वे शनिवार सुबह हावड़ा पुलिस स्टेशन पहुंचे। वहां बेटी ने पिता की तस्वीर को दिखाया। जिसके बाद पुलिस ने बताया कि शुक्रवार दोपहर उसके पिता के शव का पोस्टमार्टम किया गया। पुलिस ने असामान्य मौत का मामला दर्ज कर घटना की जांच शुरू कर दी है। बेटी ने अपने पिता के मुर्दाघर में शव की शिनाख्त की।
परिजनों का आरोप है कि अस्पताल के सुरक्षाकर्मियों की लापरवाही के कारण यह घटना हुई है। इसके पीछे एक बड़ा रहस्य है। परिजनों ने सवाल खड़ा किया कि अस्पताल में इलाजरत एक व्यक्ति का करीब डेढ़ किलोमीटर दूर शव कैसे मिला। इस मामले पर, हावड़ा जिले के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी निताईचंद्र मंडल ने कहा कि मरीज अक्सर अस्पताल से बाहर निकल जाते हैं। यह असामान्य नहीं है। मरीज कैसे भागा इसकी जांच की जाएगी। अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जाएगी।