कोलकाता : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने बंगाल में पंचायत चुनाव के दौरान हुई हिंसा को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि टीएमसी ने लोकतंत्र को शर्मसार किया है।
उन्होंने ममता पर आतंक की खुली छूट देने तक का आरोप लगाया और आश्चर्य जताया कि कांग्रेस तथा वाम दलों का केंद्रीय नेतृत्व इस पर चुप क्यों है।
पंचायत चुनाव के मतदान में हुई भारी हिंसा की पड़ताल के लिए प्रसाद के नेतृत्व में पहुंचे भाजपा के चार सदस्यीय तथ्यान्वेषी दल (फैक्ट फाइंडिंग टीम) ने पहले दिन कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले के हिंसा प्रभावित विभिन्न इलाकों का दौरा किया और पीडि़तों से मुलाकात की। दल गुरुवार को दक्षिण 24 परगना व इसके बाद उत्तर बंगाल के हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगा।
पत्रकारों से बातचीत में तथ्यान्वेषी दल ने कहा कि हिंसा के बाद अनुच्छेद 355 लागू करने की प्रदेश भाजपा इकाई की मांग उचित है।
प्रसाद ने कहा, जब ममता बनर्जी ने राज्य में 34 साल पुराने वामपंथी शासन को हराया था तो हमारे मन में उनके लिए बहुत सम्मान था। आज, मैं ममता को बंगाल और राष्ट्रीय राजनीति में उनके विकास के बारे में विनम्रता पूर्वक याद दिलाना चाहता हूं। वह जुझारू थीं, लेकिन दुर्भाग्य से उनकी सरकार ने राज्य में कुशासन, अराजकता और अव्यवस्था के मामले में वामपंथियों के रिकार्ड को भी पीछे छोड़ दिया है।
भाजपा नेता ने कहा, ममता बनर्जी की राजनीति अब अत्याचारों से भरी है, जो वाम शासन के दौरान भी इतनी स्पष्ट नहीं थी।
उन्होंने कहा, इतने सारे लोग क्यों मारे जा रहे हैं? पूरे राज्य में इतनी हिंसा क्यों? क्या स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करना राज्य प्रशासन की जिम्मेदारी नहीं है? एक समय यही स्थिति बिहार की थी, लेकिन वह राज्य भी अब आगे बढ़ चुका है। ममता बनर्जी ने बंगाल में लोकतंत्र को शर्मसार किया है।
प्रसाद ने पटना में विपक्ष की हालिया बैठक पर निशाना साधते हुए आश्चर्य जताया कि माकपा और कांग्रेस के नेता चल रही हिंसा पर चुप क्यों हैं।
उन्होंने पूछा, ममता बनर्जी सहित विपक्षी दल इस बात पर मुखर थे कि भाजपा देश में लोकतंत्र के लिए खतरा है। मैं कांग्रेस नेता राहुल गांधी और माकपा नेता सीताराम येचुरी से बंगाल में हुई हत्याओं पर उनकी चुप्पी के लिए पूछना चाहता हूं। यहां तक कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी पीटा जा रहा है, तो वे चुप क्यों हैं?
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा गठित फैक्ट फाइंडिंग टीम हिंसा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जमीनी स्थिति का आकलन करेगी। इसके बाद दिल्ली लौटकर नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
टीम में रविशंकर प्रसाद के अलावा भाजपा सांसद डा राजदीप राय, सत्यपाल सिंह व रेखा वर्मा शामिल हैं। सभी लोकसभा के सदस्य हैं।
ममता का पलटवार- भाजपा मणिपुर क्यों नहीं भेज रही टीम
इधर, मुख्यमंत्री व तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने तथ्यान्वेषी दल के दौरे का मखौल उड़ाते हुए कहा कि यह भाजपा की शर्मनाक हार से ध्यान हटाने का तरीका है। ममता ने निशाना साधते हुए कहा कि बंगाल को बदनाम करने के लिए यह टीम पहुंची है। ममता ने सवाल किया कि भाजपा तथ्यान्वेषी दल को हिंसा प्रभावित मणिपुर क्यों नहीं भेज रही है, जहां पिछले दो महीने से भड़की हिंसा में कई सौ लोग मारे गए हैं।