संवाददाता, कोलकाता : 1971 युद्ध के एक सच्चे नायक और भारतीय सेना की 4 असम रेजिमेंट के बहादुर सैनिक सिपाही एक्यिमो लोथा की राष्ट्र के प्रति अदम्य भावना और बलिदान को याद करते हुए सेना ने शानदार कार्यक्रम के जरिए उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत सेना की ओर से लोथा के सम्मान में नागालैंड के यिखुम स्थित उनके गांव में आयोजित भव्य कार्यक्रम में उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए पूरा गांव एक साथ आया। पूर्वी सेना कमान ने बुधवार को एक बयान में यह जानकारी दी। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में ग्रामीण, स्थानीय जनप्रतिनिधि, पूर्व सैनिकों और अन्य गणमान्य लोगों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण बलिदानी सिपाही एक्यिमो लोथा की पत्नी नचुमोनी लोथा का अभिनंदन था, जिन्हें सैकड़ों लोगों की उपस्थिति में सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में गणमान्य लोगों ने एक्यिमो लोथा के दृढ़ समर्पण को याद किया और राष्ट्रीय एकता के महत्व पर प्रकाश डाला गया। इस समारोह में बलिदानी लोथा की याद में एक स्मारक का भी अनावरण किया गया।
बयान में कहा गया कि 1971 के युद्ध के कठिन दिनों के दौरान हमारी मातृभूमि की रक्षा के प्रति प्रदर्शित सिपाही एक्यिमो लोथा की अटूट प्रतिबद्धता आने वाली पीढिय़ों के लिए प्रेरणा का काम करती है। उनका सर्वोच्च बलिदान, बहादुरी और राष्ट्र के प्रति अदम्य भावना उन मूल्यों को दर्शाता है जो हमें एक राष्ट्र के रूप में बांधते हैं। मेरी मेटी मेरा देश अभियान, बलिदानी नायकों को सम्मानित करने और एकता को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने के साथ, क्षेत्रीय एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए एक शक्तिशाली मंच बन गया है।