– गिरफ्तार लोगों में 32 बांग्लादेशी और 13 भारतीय नागरिक शामिल–
काम के सिलसिले में सीमा पार कर भारत आ रहे थे बांग्लादेशी
संवाददाता, कोलकाता : सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा पर अवैध आवाजाही की बड़ी कोशिशों को नाकाम करते हुए अलग-अलग घटनाओं में 45 घुसपैठियों को गैर कानूनी तरीके से सीमा पार करते गिरफ्तार किया है।
गुरुवार को एक बयान में बताया गया कि इनमें 32 बांग्लादेशी जबकि 13 भारतीय नागरिक हैं। अलग-अलग समूह में ये लोग दलालों की मदद से घुसपैठ की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जनसंपर्क अधिकारी व डीआइजी एके आर्य ने बताया कि इनमें 68वीं वाहिनी की सीमा चौकी सिंगामोरा इलाके से तीन अलग- अलग घटनाओं में बुधवार को 38 बांग्लादेशी व भारतीय नागरिकों को भारतीय सीमा में प्रवेश करते पकड़ा गया। इनमें 20 महिलाएं, चार बच्चे और चार पुरुष बांग्लादेशी नागरिक हैं तथा संदिग्ध भारतीय नागरिकों में छह महिलाएं, तीन बच्चे और एक पुरुष शामिल हैं।
पूछताछ में पता चला कि पकड़े गए बांग्लादेशी काम के सिलसिले में महाराष्ट्र, झारखंड और बंगाल के विभिन्न शहरों में अवैध तरीके से रह रहे थे और अपने परिवार से मिलने वापस देश गए थे। ये सभी बांग्लादेश के बग़ैरहट, बारीसल, फिरोजपुर, खुलना, यशोर, गाजीपुर और गोपालगंज जिलों के रहने वाले हैं।
इसके अलावा एक अन्य घटना में 68वीं वाहिनी की सीमा चौकी रनघाट के जवानों ने सात घुसपैठियों को अवैध तरीके से सीमा पार करते गिरफ्तार किया। पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों में तीन महिलाएं और एक पुरुष तथा भारतीय नागरिकों में दो पुरुष और एक महिला दलाल शामिल है। रनघाट से गिरफ्तार बांग्लादेशी नागरिक बारीसाल, मानिकगंज और यशोर जिलों के रहने वाले हैं जबकि भारतीय नागरिक व दलाल उत्तर 24 परगना के ही सीमावर्ती गांव कुलिया और ओलडंगा के रहने वाले हैं।
बीएसएफ अधिकारी के अनुसार, पूछताछ में पकड़े गए बांग्लादेशी नागरिकों के बयानों से पता चला कि वे बेहतर जीवनयापन और पैसे कमाने के इरादे से भारत के विभिन्न शहरों में आ रहे थे। वहीं, भारतीय नागरिकों ने पूछताछ में बताया कि वे अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए बांग्लादेश जा रहे थे। पकड़े गए सभी घुसपैठियों को आगे की कार्रवाई के लिए बागदा थाने के हवाले कर दिया गया है।
बंगाल में दलालों का बड़ा रैकेट है सक्रिय, बांग्लादेशियों को आर- पार कराने में करते हैं मदद
इधर, सूत्रों कहना है कि बंगाल में दलालों का एक बड़ा रैकेट सक्रिय है, जो बांग्लादेशी नागरिकों से मोटी रकम लेकर उन्हें सीमा आर-पार कराने में मदद करते हैं। इसमें दलालों के साथ कथित रूप से स्थानीय पुलिस की भी मिलीभगत रहती है। आरोप है कि कई बार सूचनाओं के वाबजूद पुलिस कार्रवाई नहीं करती।
अवैध आवाजाही रोकने को कड़े कदम उठा रही बीएसएफ : अधिकारी
बीएसएफ डीआइजी ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल बांग्लादेश सीमा पर अवैध आवागमन को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है। जिसके चलते इस प्रकार के अपराधों में लिप्त लोगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बीएसएफ लगातार दलालों व घुसपैठियों को पकड़कर पुलिस को सौंप रही है। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि बीएसएफ किसी भी सूरत में अपने इलाके से घुसपैठ नहीं होने देगी।