कोलकाता : हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के मशहूर गायक पद्म भूषण उस्ताद राशिद खान को बुधवार शाम कोलकाता के टालीगंज कब्रिस्तान में राजकीय सम्मानपूर्वक सुपुर्द ए खाक कर दिया गया। इससे पहले दिन में खान के पार्थिव शरीर को जनता के अंतिम दर्शन के लिए कोलकाता के सरकारी सांस्कृतिक परिसर रवींद्र सदन में रखा गया, जहां हजारों प्रशंसकों ने उन्हें नम आंखों से अंतिम श्रद्धांजलि दी।
बहुमुखी प्रतिभा वाले शास्त्रीय गायक के पार्थिव शरीर को सफेद फूलों से सजे ताबूत में रखा गया था। उन्हें कोलकाता पुलिस द्वारा बंदूकों की सलामी भी दी गई। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके मंत्रिमंडल के कई सहयोगी इस दौरान रवींद्र सदन में मौजूद थे, जिन्होंने पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इस दौरान गायिका उषा उथुप, शास्त्रीय गायक पंडित अजय चक्रवर्ती, उनकी बेटी और गायिका कौशिकी चक्रवर्ती व अन्य हस्तियां भी उन्हें पुष्पांजलि अर्पित करने के पहुंचे थे। उषा उथुप ने कहा कि राशिद भाई मेरे छोटे भाई की तरह थे जो इतनी जल्दी चले गए। रवींद्र सदन में श्रद्धांजलि के बाद खान के पार्थिव शरीर को नाकतला स्थित उनके निवास स्थान ले जाया गया। जहां से अंतिम यात्रा शुरू हुई और टालीगंज कब्रिस्तान में उन्हें सुपुर्द ए खाक कर दिया गया।
हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत को अनगिनत श्रोताओं तक पहुंचाने वाले राशिद खान (55) का मंगलवार अपराह्न कोलकाता के पीयरलेस अस्पताल में निधन हो गया था। खान को 21 दिसंबर को ब्रेन स्ट्रोक हुआ था, जिसके बाद से वह अस्पताल में भर्ती थे। वे पिछले चार साल से प्रोस्टेट कैंसर से भी जूझ रहे थे।
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के रहने वाले राशिद खान का जन्म एक जुलाई 1968 को बदायूं में हुआ था। वे रामपुर-सहसवान घराने से ताल्लुक रखते थे। खान अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ कोलकाता में ही रहते थे।