कोलकाता : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल रहे जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति बनने के बाद कमोबेश सभी दलों के नेताओं ने उनसे शिष्टाचार भेंट की है। हालांकि उनके उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ लिए करीब 20 दिन बीत जाने के बाद भी उनसे मुलाकात नहीं करने वालों में अब तक केवल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) बची थी। आखिरकार अब तृणमूल कांग्रेस ने भी बंगाल के पूर्व राज्यपाल रहे धनखड़ के प्रति शिष्टाचार दिखाते हुए उनसे मिलने का फैसला किया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक मंगलवार को तृणमूल सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल जगदीप धनखड़ से राजधानी नई दिल्ली में शिष्टाचार मुलाकात करेगा। राज्यसभा में तृणमूल कांग्रेस के नेता सुखेंदु शेखर राय के नेतृत्व में पार्टी का चार सदस्य प्रतिनिधिमंडल मिलेगा। प्रतिनिधिमंडल में राय के अलावा पार्टी के तीन अन्य राज्यसभा सदस्यों दोला सेन, शांतनु सेन और सुष्मिता देव होंगे। दरअसल, उपराष्ट्रपति ही राज्यसभा के पदेन सभापति भी होते हैं। ऐसे में विभिन्न दलों के नेता व राज्यसभा सदस्य उनसे शिष्टाचार भेंट कर रहे हैं। वहीं, तृणमूल अगर ऐसा नहीं करती तो एक गलत संदेश जाता। शायद इसीलिए पार्टी ने उनसे मिलने की योजना बनाई है। उल्लेखनीय है कि राज्यपाल रहते धनखड़ के साथ सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस व ममता सरकार का टकराव किसी से नहीं छिपा है। विभिन्न मुद्दों पर तृणमूल के साथ उनका जबर्दस्त टकराव व आरोप-प्रत्यारोप देखने को मिला था। यहां तक धनखड़ को राज्यपाल पद से हटाने के लिए तृणमूल सुप्रीमो व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी प्रधानमंत्री को कई पत्र तक लिखी थीं। इससे पहले उपराष्ट्रपति चुनाव में वोटिंग से दूर रहने के साथ तृणमूल उनके शपथ ग्रहण से भी दूर रही थी। लेकिन चूंकि अब धनखड़ देश के उच्च संवैधानिक पद पर हैं। दूसरा राज्यसभा के सभापति भी हैं। ऐसे में स्वभाविक रूप से संसद के आगामी सत्र के दौरान सभापति के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने की कवायद के तौर पर भी इसे देखा जा रहा है। तृणमूल राज्यसभा में विपक्षी खेमे का एक अहम हिस्सा भी है।
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