कोलकाता, विशेष संवाददाता : कोलकाता के बागुईहाटी इलाके में अपहरण के बाद माध्यमिक के दो छात्रों की नृशंस तरीके से हुई हत्या की घटना बुधवार को राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी पुलिस की भूमिका पर गहरी नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री ने बुधवार को इस मामले की जांच सीआइडी से कराने का निर्देश दिया। राज्य सचिवालय नवान्न में प्रशासनिक बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज मालवीय से इस घटना को लेकर जानकारी ली और अपनी गहरी नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री ने डीजीपी से पूछा कि यह घटना कैसे हुई। इसके बाद ममता ने डीजीपी को इस पूरे मामले की सीआइडी से जांच कराने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने साथ ही निर्देश दिया कि इस घटना के पीछे जिस किसी की भी लापरवाही पाई जाती है उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो। इधर, मुख्यमंत्री की नाराजगी के बाद बागुईहाटी थाने के आइसी (थानेदार) पल्लव घोष को निलंबित कर दिया गया है। गौरतलब है मंगलवार को यह घटना सामने आने के बाद विपक्षी भाजपा व अन्य दल भी ममता सरकार के खिलाफ आक्रामक है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक सुवेंदु अधिकारी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को बागुईआटी थाने का भी घेराव कर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। दरअसल, इस घटना में पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में है। पुलिस की लापरवाही को लेकर लोगों में गहरी नाराजगी है। दोनों छात्र 22 अगस्त से ही लापता थे। दोनों का शव क्रमश: 23 व 25 अगस्त को ही मिला था और पिछले करीब दो हफ्ते से लावारिश हालत में बशीरहाट पुलिस मार्ग (मुर्दाघर) में पड़ा था, लेकिन पुलिस बेखबर थी। स्वजनों का आरोप है कि पहले तो पुलिस ने गुमशुदगी की रिपोर्ट नहीं लिखी। बाद में 24 अगस्त को अपहरण और फिरौती के मैसेज आने पर पुलिस ने शिकायत दर्ज की। इससे पहले ही दोनों छात्रों की हत्या की जा चुकी थी। अपहर्ताओं ने हत्या के बाद दोनों छात्रों के शव को दक्षिण 24 परगना जिले में बासंती हाईवे के किनारे अलग-अलग जगहों पर जलाशय के पास शव को फेंक दिया था। वहीं, पुलिस ने मंगलवार को घटना की जानकारी देते हुए बताया कि पैसे के विवाद में पड़ोसी ने ही इस घटना को अंजाम दिया। इस मामले में परिवार से कभी एक लाख तो कभी एक करोड़ रुपये की फिरौती भी मांगी गई थी। हालांकि पुलिस का कहना है कि हत्या के बाद फिरौती मांगी जा रही थी। घटना के सिलसिले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। हालांकि मुख्य अभियुक्त पड़ोसी सत्येंद्र चौधरी अभी भी फरार है। मृत छात्रों के नाम अभिषेक नस्कर (16) और अतनु दे (16) है। विधाननगर पुलिस कमिश्नरेट के डीसी डीडी ने बताया कि 22 अगस्त की दोपहर से दोनों लापता थे। जांच में पता चला है कि उसी दिन रात में अपहर्ताओं ने दोनों की हत्या भी कर दी। चलती गाड़ी में गले में रस्सी बांधकर हत्या को अंजाम देने के बाद दोनों छात्रों के शवों को फेंक दिया गया था। घटना के सिलसिले में सोमवार को एक शख्स अभिजीत की गिरफ्तारी के बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। इसके बाद परिवार ने शव की पहचान की। घटना के सिलसिले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम अभिजीत बोस, शमीम अली, शाहिल मोल्ला और दिपेंदु दास है। चारों को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।
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