हावड़ा : ग्रामीण हावड़ा के आमता थाना क्षेत्र में कुछ माह पहले हुई वाम छात्र नेता अनीस खान की रहस्यमय मौत की गुत्थी अभी सुलझी भी नहीं है कि उसके भाई सलमान खान पर अब अज्ञात बदमाशों ने हमला कर दिया। घटना में सलमान (24) बुरी तरह घायल हो गए और उन्हें लहूलुहान अवस्था में उलबेरिया अनुमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिवार के अनुसार यह घटना शुक्रवार देर रात की है, जब बदमाशों ने आमता के शारदा दक्षिण खां पाड़ा स्थित सलमान के घर में घुसकर उसपर अचानक पीछे से धारदार हथियारों से हमला कर दिया। उनके सिर और शरीर के अन्य हिस्सों में गंभीर चोटें आई है। बता दें कि सलमान, मृत छात्र नेता अनीस खान के चचेरे भाई हैं। अनीस की हत्या के चश्मदीद गवाहों में वे शामिल हैं। अनीस की हत्या मामले की सीबीआइ जांच की मांग को लेकर सलमान काफी सक्रिय रहे हैं और उच्च अदालत तक केस लड़ रहे हैं। इस बीच उन पर अचानक हमले की इस घटना के बाद राजनीतिक जगत में हड़कंप मच गया है। परिवार ने इस हमले के पीछे सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर आरोप लगाया है। सलमान के दादा साबिर खान ने कहा कि यह हमला सलमान को मारने के इरादे से किया गया था। साबिर के मुताबिक, सलमान को पहले भी धमकियों का सामना करना पड़ा था और दो बार हमला भी किया गया था, क्योंकि अनीस हत्या के चश्मदीदों में से एक है। उन्होंने आरोप लगाया कि अमता थाने की पुलिस को सूचना देने व लिखित शिकायत दर्ज कराने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस हमले के बाद अनीस के परिवार ने एक बार फिर सीबीआइ जांच की मांग की है। गौरतलब है कि इससे पहले अनीस खान की हत्या के लिए भी परिवार ने तृणमूल के गुंडों को जिम्मेदार ठहराया था।
यह है घटना
परिवार के अनुसार, शुक्रवार रात कई बदमाश सलमान के घर में घुसे। रात के अंधेरे में उस पर हमला किया गया। सिर के पीछे कई वार किये गये, जिससे वह लहूलुहान होकर गिर पड़ा। सलमान को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें उलुबेरिया अनुमंडल अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया। फिलहाल वहां इलाज चल रहा है।
अनीस की मौत पर जमकर मचा था बवाल
इससे पहले अनीस खान की 18 फरवरी को रहस्यमय तरीके से मौत हो गई थी।इस घटना को लेकर राज्य में जबरदस्त सियासी संग्राम मचा था।परिवार एवं माकपा व कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि तृणमूल के गुंडों ने पुलिस की वर्दी में घर में घुसकर अनीस की हत्या कर दी और इसे आत्महत्या का रूप देने के लिए उसके शव को घर की छत से नीचे फेंक दिया था। पुलिस पर भी उंगलियां उठाई गई थी। हालांकि राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए एक एसआइटी का गठन किया था और जांच शुरू की, लेकिन परिवार सीबीआइ जांच की मांग पर अड़ी है। इसको लेकर सुप्रीम कोर्ट तक में मामला है। बता दें कि अनीस की रहस्यमय मौत के बाद कई पुलिस अधिकारियों को भी हटा दिया गया था। राज्य सरकार ने भी कोर्ट में स्वीकार किया था कि पुलिस की भूमिका सही नहीं थी। अनीस के पिता ने दावा किया कि सबूत मिटाने के लिए उन पर हमला किया गया।