कोलकाता, विशेष संवाददाता : इंडियन आयल कारपोरेशन चालू वित्त वर्ष में बंगाल क्षेत्र में हरित आटो ईंधन को बढ़ावा देने के लिए बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए 250 करोड़ रुपये खर्च करेगी। आइओसीएल के राज्य प्रमुख व कार्यकारी निदेशक एलकेएस चौहान ने यहां इंडियन आयल भवन में एक संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि कंपनी का लक्ष्य 2046 तक शुद्ध शून्य परिचालन उत्सर्जन है। उन्होंने कहा कि आइओसी हरित ईंधन को और अधिक अपनाने के लिए राज्य परिवहन एजेंसियों जैसे संस्थागत और थोक ग्राहकों के साथ बातचीत कर रही है। वर्तमान में राज्य में ग्रीन आटो ईंधन 275 पंपों पर उपलब्ध हैं, लेकिन 2024 तक हम इसे राज्य के 1,482 खुदरा दुकानों में से 1,000 पंपों तक बढ़ा देंगे। चौहान ने इस दौरान बताया कि कंपनी ने वर्तमान में राज्य में 10 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत के मुकाबले 7.5 प्रतिशत इथेनाल सम्मिश्रण हासिल किया है। हालांकि उन्होंने कहा कि आपूर्ति श्रृंखला के मुद्दों को नियत समय में सुलझा लिया जाएगा और हम 2025 तक इथेनाल सम्मिश्रण बढ़ाने और इसे 20 प्रतिशत तक पहुंचाने में सक्षम होंगे। पेट्रोलियम पदार्थों में इथेनाल ब्लेंडिंग (सम्मिश्रण) प्रदूषण को कम करने में मदगार है। संवाददाता सम्मेलन के दौरान कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक (आइबी), डब्ल्यूबीएसओ हिमांशु रंजन, मुख्य महाप्रबंधक (एलपीजी) सब्यसाची मुखर्जी, महाप्रबंधक (रिटेल) मानस राउत्रे व महाप्रबंधक (कारपोरेट कम्युनिकेशन) कृष्णेंदु चौधरी भी मौजूद थे। इस दौरान चालू वित्त वर्ष की पहली तीन तिमाहियों के प्रदर्शन व कंपनी की आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला गया।
राज्य में 300 से अधिक ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने की योजना
चौहान ने इस बात पर जोर दिया कि पर्यावरण अनुकूल हरित ईंधन को बढ़ावा देने के लिए इंडियन आयल लगातार प्रयासरत है। इस क्रम में देशभर में अपने पेट्रोल पंपों पर इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) चार्जिंग स्टेशन लगाने की पेशकश पहले ही कर चुकी है। कंपनी की बंगाल में इलेक्ट्रिक वाहन बुनियादी ढांचे को व्यापक बनाने में मदद के लिए 300 से अधिक इवी चार्जिंग स्टेशन लगाने की योजना है। उन्होंने बताया कि कोलकाता सहित राज्यभर में अभी कुल 237 चार्जिंग स्टेशन हैं। जल्द राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच) 16 और एनएच 41 पर नए ईवी चार्जिंग स्टेशन तैयार किए जायेंगे। कंपनी की 31 मार्च, 2023 तक राज्यभर में ईवी चार्जिंग स्टेशनों की संख्या 300 तक पहुंचाने का लक्ष्य है। राज्य में इसके साथ ही जल्द ही और पांच नए सीएनजी स्टेशन भी खोले जायेंगे।