हावड़ा. जिले के इच्छापुर में बंगीय हिंदू सेना की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे विपक्षी दल के नेता शुभेंदु अधिकारी ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह नफरत की बीज बो रही हैं. उनकी हरकतों के कारण ही रामनवमी के दिन शिवपुर, रिसड़ा और डालखोला में जुलूस पर हमला हुआ था. उन्होंने कहा कि रामनवमी के पहले ही सीएम ने यह ऐलान कर दिया था कि उस दिन हिंसक वारदात की घटना हो सकती है. हिंसक वारदात के बाद उन्होंने सीधे तौर पर कह दिया कि इसके लिए आरएसएस, बजरंग दल और अन्य हिंदू संगठन जिम्मेवार है. वह इस देश की पहली मुख्यमंत्री हैं,
जो रामनवमी जैसे पावन अवसर को लेकर हिंसक वारदात होने की आशंका व्यक्त कर देती हैं. भाजपा नेता ने कहा कि वर्ष 2019 के सीएम एनआरसी और सीएए के विरोध में एक रैली निकाल दी. इस रैली के निकालने के बाद ही सांतरागाछी में 37 बसों को आग के हवाले किया गया. उलबेड़िया में ट्रेन पर पत्थर फेंके गये और सांकराइल स्टेशन को तहस नहस कर दिया गया. उनके उकसाने से ही अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने इस तरह की वारदात को अंजाम दिया था. भाजपा की ओर से जब कोई प्रदर्शन किया जाता है, तो उस समय पुलिस हमलोगों के साथ काफी सख्ती से पेश आती है, लेकिन जब बसों में आग लगायी जाती है और घरों पर पत्थर फेंके जाते हैं, तो यही पुलिस तमाशा देखती है. श्री अधिकारी ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की सरकार पूरे राज्य को बर्बाद कर रही है. उन्होंने बांग्लादेशियों को गोसाबा के रास्त बंगाल में प्रवेश कराने का आरोप राज्य सरकार पर लगाया. उन्होंने कहा कि बीएसएफ इसके लिए जिम्मेवार नहीं है. नदी मार्ग से ये घुसपैठिये बंगाल में प्रवेश करते हैं और यह सब पुलिस की मौजूदगी में होता है. भाजपा नेता ने केंद्रीय योजनाओं को बंगाल में लागू नहीं करने के लिए राज्य सरकार को जिम्मेवार ठहराया.