कोलकाता: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कोलकाता दौरे में ईस्ट-वेस्ट मेट्रो परियोजना के तहत नवनिर्मित हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक ग्रीन लाइन के हिस्से का निरीक्षण कर कार्यों का जायजा लिया। इस खंड में हुगली (गंगा) नदी के नीचे से बने सुरंग (टनल) के अंदर भी जाकर उन्होंने कार्यों का बारीकी से जायजा लिया। इस टनल से पिछले दिनों पहली बार मेट्रो गुजरी थी, जब इसका ट्रायल रन शुरू हुआ था। इस दौरान कोलकाता मेट्रो के महाप्रबंधक पी उदय कुमार रेड्डी भी मौजूद थे, जिन्होंने हावड़ा मैदान मेट्रो स्टेशन पर रेल मंत्री का स्वागत किया और उन्हें इस खंड के कार्यों की प्रगति से अवगत कराया। हावड़ा मैदान स्टेशन के निरीक्षण के बाद रेल मंत्री ट्राली निरीक्षण वैन के जरिए सुरंग के माध्यम से हावड़ा स्टेशन होते हुए एस्प्लेनेड स्टेशन पहुंचे।
इस खंड के कार्य की समग्र प्रगति को देखकर संतोष व्यक्त करते हुए रेल मंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हुगली नदी के नीचे यह टनल एक इंजीनियरिंग चमत्कार है। उन्होंने कहा कि इसमें हर तरह की सुरक्षा अपनाई गई है। रेल मंत्री ने इस दौरान उम्मीद जताई कि रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) के निरीक्षण के बाद इस साल के अंत में दिसंबर 2023 तक हावड़ा मैदान से एस्प्लेनेड तक के 4.8 किलोमीटर हिस्से को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। वैष्णव ने कहा कि कोलकाता में सभी मेट्रो परियोजनाओं के लिए पर्याप्त धन आवंटित किया गया है और केंद्र सरकार सभी परियोजनाओं के कार्यों की प्रगति की बारीकी से निगरानी कर रही है।
तीनों जोनल रेलवे के कार्यों की समीक्षा की
– मेट्रो खंड के निरीक्षण के बाद रेल मंत्री ने कोलकाता में पूर्व रेलवे मुख्यालय फेयरली प्लेस में उच्चस्तरीय बैठक में महानगर में स्थित तीनों जोनल रेलवे के कार्यों की समीक्षा की। इसमें पूर्व रेलवे समेत दक्षिण पूर्व रेलवे व मेट्रो रेलवे, कोलकाता के महाप्रबंधक व अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। रेल मंत्री ने इस दौरान इन जोनल रेलवे की विभिन्न परियोजनाओं समेत प्रगति, सुरक्षा कार्यों, उपलब्धियों आदि की विस्तृत समीक्षा की और जरूरी दिशा-निर्देश दिए।