सोनु झा
कोलकाता : नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने के लिए बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के जवानों ने अंतरराष्ट्रीय जागरूकता दिवस मनाया। इस उपलक्ष्य में उत्तर 24 परगना जिले में भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ की 112वीं वाहिनी के मुख्यालय हरिनघाटा में सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में बल के सभी कार्मिकों ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस पर शपथ ली। बीएसएफ ने मंगलवार को एक बयान जारी कर बताया कि कार्यक्रम के दौरान सभी प्रतिभागियों को देशभर में नशीली दवाओं के दुरुपयोग और हमारे जीवन पर इसके बुरे प्रभावों के बारे में जानकारी दी गई।
बीएसएफ, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी अमरीश कुमार आर्य ने बताया कि नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खिलाफ हर साल 26 जून को अंतरराष्ट्रीय
जागरूकता दिवस के रूप में मनाया जाता है।इस दिन विभिन्न संगठनों, सरकारें और समुदाय लोगों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों के बारे में शिक्षित करने, रोकथाम और उपचार कार्यक्रमों को बढ़ावा देने और दवा कानूनों के सख्त प्रवर्तन की आवश्यकता पर प्रकाश डालने के लिए कार्यक्रम और अभियान आयोजित करते हैं। यह एक स्वस्थ और सुरक्षित समाज को बढ़ावा देने के लिए नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध नशीली दवाओं की तस्करी को संबोधित करने के महत्व की याद दिलाता है। इस दिन का उद्देश्य वैश्विक नशीली दवाओं की समस्या के बारे में जागरूकता बढ़ाना और नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को प्रोत्साहित करना है।