Sonu jha
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सांसद भतीजे अभिषेक बनर्जी ने बंगाल में पंचायत चुनाव में हुई हिंसा के लिए शुक्रवार को विपक्षी भाजपा को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि अपनी हार के बाद भगवा दल हिंसा का सहारा ले रहा है। उन्होंने भाजपा पर आतंक का माहौल कायम करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी व अन्य भाजपा नेताओं को गिरफ्तारी व अन्य कानूनी कार्रवाई से दी गई सुरक्षा के लिए कलकत्ता हाई कोर्ट पर भी फिर सवाल उठाते हुए न्यायाधीश राजशेखर मंथा पर जोरदार हमला बोला। अभिषेक ने सुवेंदु का नाम लेकर कहा कि राज्य में आतंक फैलाने वाले भाजपा के गुंडा वाहिनी को अदालत ने संरक्षण दे रखा है और ऐसे नेताओं के गंभीर अपराध करने पर भी उसके खिलाफ राज्य सरकार व पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कर सकती, क्योंकि उसके हाथ बांध रखे हैं।एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती घायल तृणमूल कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद पत्रकारों से बातचीत में अभिषेक ने न्यायाधीश राजशेखर मंथा द्वारा सुवेंदु को गिरफ्तारी से दी गई सुरक्षा की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यदि न्यायालय पर सवाल उठाने या अवमानना के लिए मुझे जेल भी जाना पड़े, तो मुझे कोई आपत्ति नहीं है। मैं सच बोलना जारी रखूंगा। अभिषेक ने सुवेंदु का जिक्र करते हुए कहा, एक भाजपा नेता खुलेआम कहता है कि वह जानता है कि धारा 355 लगाने के लिए स्थिति कैसे बनाई जाए। लेकिन पुलिस ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई नहीं कर सकती क्योंकि उसे अदालत से कानूनी सुरक्षा मिली हुई है। बता दें कि न्यायाधीश मंथा ने सुवेंदु को एक मामले में गिरफ्तारी से राहत दी थी। अभिषेक ने कहा, मुझे नहीं पता कि कुछ जजों की ऐसी क्या मजबूरी है कि वे उन नेताओं को इस तरह की सुरक्षा दे रहे हैं।न्यायपालिका पर भेदभाव का आरोप लगाते हुए अभिषेक ने सवाल किया कि क्या भाजपा की तरह तृणमूल नेताओं को न्यायाधीश मंथा गिरफ्तारी से सुरक्षा प्रदान करेंगे? उन्होंने यह भी कहा कि वह इस मामले पर भारत के मुख्य न्यायाधीश का ध्यान आकर्षित करेंगे। हमने पहले ही उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती दी है और अपील अब मुख्य न्यायाधीश की पीठ के पास है। मैं उनसे सकारात्मक रुख अपनाने का अनुरोध करूंगा।अभिषेक ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ जज केंद्र सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं। अभिषेक नंदीग्राम में भाजपा के साथ झड़प में घायल हुए पार्टी कार्यकर्ताओं को देखने एसएसकेएम अस्पताल गए थे।