SANGHMITRA SAXENA
दक्षिणेश्वर: दक्षिणेश्वर काली मंदिर में तब अफरा तफरी मच गई जब एक-तीन साल की बच्ची को मंदिर में अकेला पाया गया। छोटी उम्र के कारण बच्ची अपना परिचय ठीक से बात नहीं पा रही थी, ऐसे में दक्षिणेश्वर पुलिस ने बच्चे का विवरण देते हुए लगातार अनाउंसमेंट शुरू की। सुबह से लेकर श्याम होने तक कोई भी बच्ची को लेने नहीं आया। कोई उपाय न देखते हुए दक्षिणेश्वर पुलिस ने बच्ची को देखभाल के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमिटी से संपर्क साधी। बताएं कि सीडब्लूसी दरहसल ऐसे बच्चों की देख रेख करती है जो जरूरतमंद हो या फिर अपने परिवार से किसी कारणवश बिछड़ गई हो।
जब दक्षिणेश्वर पुलिस बच्ची को सीडब्लूसी को सौंपने के लिए लीगल प्रोसीडियर पर काम कर रही है तभी बच्ची के पिता और बच्ची के चाचा दक्षिणेश्वर थाना पोहुचते है। बच्ची की कस्टडी के लिए जरूरी कागजात भी दिखाता है। पुरी तरह कागज पत्र देखने के बाद दक्षिणेश्वर पुलिस ने बच्ची को उसके पिता के साथ में सौप दिया। महज तीन साल की अनन्या श्रीवास्तव अपने पिता अरविंद श्रीवास्तव को देख उनके गोद में लपक पड़ी। मालीपचघरा थाना के अंतर्गत हावड़ा घुसुरी का रहने वाला अरविंद अपने बेटी को सही सलामत देख बेहद खुश है। उन्होंने दक्षिणेश्वर पुलिस को दिल से शुक्रिया जताया कहा पुलिस की सतर्कता से ही मेरी बेटी मेरी बेटी आज गोद में है।