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हावड़ा. पंचायत चुनाव में तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार को वोट नहीं देना एक दंपती को महंगा पड़ गया. दंपती एचआइवी पीड़ित हैं. आरोप है कि वोट नहीं देने पर तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के कहने पर दंपती को सरकारी योजना के तहत मिलने वाला भोजन बंद करा दिया गया. मीडिया में यह खबर आते ही तृणमूल के बड़े नेता हरकत में आये और बीच-बचाव करते हुए फिर से भोजन दिये जाने की सुविधा बहाल कर दी. घटना ग्रामीण हावड़ा के श्यामपुर थाना श्यामपुर दो नंबर ब्लॉक की है. जानकारी के अनुसार, श्यामपुर के रहने वाले एक व्यक्ति वर्ष 2012 में मुंबई काम करने गये थे. वह वहां जरी के कारीगर थे. बताया जा रहा है कि वर्ष 2015 में वह एड्स से पीड़ित हो गये. जब तक उन्हें इस बीमारी की खबर लगी, उनकी पत्नी भी एचआइवी पॉजिटिव हो गयी थीं. इसके बाद दोनों हावड़ा लौट आये. वर्ष 2016 नें दोनों का इलाज कोलकाता के स्कूल ऑफ ट्रॉपिकल मेडिसिन में चल रहा है. दंपती शारीरिक रूप से सक्षम नहीं है. यह देखते हुए पंचायत की ओर से इलाके के एक स्कूल से मिड डे मील दोनों को देने का फैसला लिया गया. उस समय से दंपती स्कूल के मिड डे मील पर ही आश्रित हैं. बताया जा रहा है कि पंचायत चुनाव में तृणमूल उम्मीदवार को वोट नहीं देने का आरोप लगाते हुए तृणमूल कांग्रेस ने नेताओं ने मिड डे मिल देने पर रोक लगा दी. मीडिया में खबर आते ही श्यामपुर ब्लॉक नंबर दो नंबर ग्राम पंचायत के तृणमूल नेता जुल्फिकार अली मोल्ला ने कहा कि घटना की जांच की जा रही है. दंपती को मिड डे मिल देना फिर से शुरू कर दिया गया है.