घटना 24 तारीख रात की है हावड़ा से गुवाहाटी के लिए सरायघाट एक्सप्रेस रवाना हुई ,जिसके पावर केबिन में ऑन ड्यूटी स्टाफ के रूप में कमलजीत प्रसाद कार्य कर रहे थे ,
पावर केबिन में बैठे हुए अपने काम को सुचारू रूप से करते हुए जा रहे थे, तभी मालदा मे कुछ जी आर पी के स्टाफ उस पावर केबिन में चढ़ने का प्रयास किया तभी कमलजीत ने उन्हें रोक दिया। कमलजीत ने उन्हें रोकते हुए कहा कि पावर केबिन में किसी के भी चढ़ने की अनुमति नहीं है
क्योंकि अगर किसी भी तरह का कोई छेड़छाड़ हो जाता है तो पूरे ट्रेन में शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगने की बड़ी घटना घट सकती है ,
लेकिन इस बात को न मानते हुए पावर केबिन में जबरदस्ती जी आर पी अधिकारी प्रवेश करते हैं और कमलजीत के साथ हाथापाई करते हैं साथी बाग सर्च करने के नाम पर उनके साथ बदतमीजी की जाती है और उन्हें बताया जाता है कि तुम ऑन ड्यूटी शराब पीकर कम कर रहे हो उनके मन करने पर कमलजीत के साथ मारपीट की जाती है।
कमलजीत अपने साथ हुई घटना की जानकारी रेलवे कंट्रोल को देते हैं और किशनगंज स्टेशन पर उन्हें एस्कॉर्ट के तौर पर आर पी एफ मुहैया कराई जाती है, लेकिन जिस दौरान आर पी एफ उनसे पूछताछ कर रही होती है इसी बीच फिर हाथापाई शुरू होती है और एनजेपी स्टेशन पर कई अपने साथियों को बुलाकर जीआरपी के स्टाफ जमकर मारपीट करते हैं ऐसा आरोप है,
बाद में इस घटना को लेकर हावड़ा जीआरपी में कंप्लेंट दर्ज करने पहुंचे कमलजीत की शिकायत नहीं ली जाती है उन्हें बताया जाता है कि यह गुवाहाटी में करना होगा वह आज अभी गुवाहाटी स्टेशन पर मौजूद है और जीआरपी में अपनी शिकायत दर्ज करने के लिए। वही इस विषय में पूर्व रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी कौशिक मित्र से बात करने पर उन्होंने बताया कि वीडियो की सत्यता क्या है इसकी जांच की जाएगी और उचित कार्रवाई की जाएगी।
वही नॉर्थ फ्रंटियर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सब्यसाची दे का कहना है प्राप्त जानकारी के अनुसार यह घटना जीआरपी के अधिकारियों के द्वारा की गई है और इस विषय में आफ के द्वारा जीआरपी में शिकायत दर्ज करा कर मामले में कार्रवाई करने को कहा गया है वही पूरी घटना की जांच की जाएगी इस तरह से ट्रेन के पावर केबिन में किसी भी के भी चढ़ने की अनुमति नहीं होती है इस दौरान किसी भी तरह की कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती थी।