संघमित्रा सक्सेना
दिल्ली: “आई.एन.डी.आई.ए” गठबंधन की पहली रैली मध्यप्रदेश की भोपाल से निकलेगी। वुधवार को हुई ढाई घंटे की विपक्षी बैठक में कांग्रेस की के.सी. वेणुगोपाल ने इस बात की पुष्टि की है। बताएं कि ऑल इंडिया तृणमूल कांग्रेस की जनरल सेक्रेटरी अभिषेक बनर्जी इस बैठक में अनुपस्थित थे। क्योंकि अभिषेक को एस.एस.सी स्कैम में कोलकाता स्थित ईडी दफ्तर में बुलाया गया था। सीपीएम जनरल सेक्रेटरी सीताराम येचुरी भी इस बैठक में नहीं दिखे।
जानकारी के मुताबिक नवंबर से दिसंबर 2023 में पांच राज्य में विधानसभा चुनाव होगी। जिसमे मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और मिज़ोरम सामिल हैं।
*मध्यप्रदेश की पॉलिटिकल हिस्ट्री*
एमपी की शेष विधानसभा चुनाव 2018 में हुआ था। कमल नाथ सिंह के नेतृत्व में नैशनल कांग्रेस पार्टी सरकार बनाई थी। लेकिन मार्च 2020 में ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित कांग्रेस की 22 विधायक कांग्रेस पार्टी से नाता तोड़कर भाजपा की समर्थन में आई। भाजपा की तरफ से शिवराज सिंह चौहान ऑनरेबल सुप्रीम कोर्ट की हस्तक्षेप की मांग की। सुप्रीम कोर्ट की निर्देश पर फ्लोर टेस्ट की मध्यम से भाजपा ने शिवराज सिंह चौहान की नेतृत्व में मध्यप्रदेश में 2020 में बीजेपी की सरकार बनाई। इस तरह चौथी वार भाजपा नेता शिवराज सिंह चौहान एमपी की सीएम पदभार संभाला।
2023 नवंबर में फिर एमपी में चुनाव होने जा रही है। 230 सीटों पर पर 116 सीट मेजोरिटी माना जाएगा।