– राशन घोटाले को लेकर माकपा नेता ने ममता सरकार पर बोला जोरदार हमला
– कहा- तृणमूल ने राशन से लेकर जल, जमीन व जंगल किसी भी चीज को नहीं छोड़ा
हावड़ा : बंगाल में राशन वितरण घोटाले में वन मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक की गिरफ्तारी के बाद से विपक्षी दल ममता सरकार पर हमलावर है। इस बीच माकपा के राज्य सचिव मोहम्मद सलीम ने बुधवार को राज्य सरकार पर जोरदार निशाना साधते हुए कहा कि ममता बनर्जी ने ज्योतिप्रिय मल्लिक को एक दशक तक खाद्य मंत्री इसलिए बनाकर रखा था, ताकि लोगों का खाद्य व राशन चोरी करके मुख्यमंत्री व उनके भतीजे (अभिषेक बनर्जी) के पास इसका 75 प्रतिशत हिस्सा पहुंचा दे। उन्होंने कहा कि अभी तो इस घोटाले का महज 25 प्रतिशत हिस्सा (पैसे) का पता चला है, बाकी 75 प्रतिशत हिस्सा कालीघाट में है। बता दें कि कालीघाट में ही ममता बनर्जी का घर है। सलीम ने हावड़ा में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस ने राशन, दवा, अस्पताल, डाक्टर, स्कूल, शिक्षक भर्ती, मिड डे मील, आंगनबाड़ी, आइसीडीएस से लेकर जल, जमीन व जंगल किसी भी चीज को नहीं छोड़ा है, जहां भ्रष्टाचार नहीं किया है। उन्होंने दावा किया कि तृणमूल ने हर चीज में भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने ईडी व सीबीआइ से अनुरोध किया कि तमाशा नहीं करके वह घोटाले के असली अपराधियों को पकड़कर जेल भेजे और सजा दिलाए। साथ ही समस्त संपत्ति जब्त करे। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बुधवार को ज्योतिप्रिय मल्लिक का बचाव करने और पूर्ववर्ती वाममोर्चा सरकार में एक करोड़ फर्जी राशन कार्ड होने के आरोपों पर पलटवार करते हुए सलीम ने कहा कि 13 बाद उन्हें इसकी याद क्यों आई। इतने दिन राज्य सरकार क्या कर रही थी। माकपा नेता ने तृणमूल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि राज्य में फर्जी राशन कार्ड से लेकर फर्जी जाब कार्ड, फर्जी वोटर कार्ड, फर्जी डाक्टर, फर्जी एमएलए, जाली वैक्सीन ये सब किसने तैयार किया है यह सभी लोग जानते हैं। उन्होंने यहां तक कहा कि असल में ममता बनर्जी की डिग्री ही जाली है। वहीं से सब जाली तैयार हुआ है। उन्होंने दावा किया कि माकपा तो भ्रष्टाचार के खिलाफ लगातार लड़ाई लड़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल नेताओं व उनके पार्टी कार्यालयों में बड़ी संख्या में जाली राशन कार्ड से लेकर आधार, जाब कार्ड, बैंक पासबुक सब क्यों जमा है। सलीम ने कहा कि असल में ममता बनर्जी के नेतृत्व में भ्रष्टाचार का पूरा तंत्र व साम्राज्य तैयार किया गया है। इसके पीछे ममता व उनके भतीजे का दिमाग है। बाकी सब इसके नट- बोल्ट हैं। उन्होंने बीच में केंद्रीय एजेंसियों की धीमी जांच पर भी सवाल उठाए और कहा कि उसे असली चोरों को पकड़ना होगा। वहीं, सिंगुर मुआवजा मामले में टाटा के पक्ष में आए पंचाट न्यायाधिकरण के फैसले पर सलीम ने कहा कि ममता बनर्जी कोई आदेश या कानून नहीं मानती हैं। वह सिर्फ तारीख पर तारीख लेती है। उन्होंने 2008 में सिंगुर से टाटा को भगाने के लिए ममता बनर्जी को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि राज्य के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया गया था। सलीम ने यह भी कहा कि ममता ने नरेन्द्र मोदी को गिफ्ट में सिंगुर का कारखाना दिया था। बता दें कि ममता बनर्जी के आंदोलन के चलते टाटा समूह ने सिंगुर से अपनी नैनो कार कारखाना को गुजरात के साणंद में स्थानांतरित कर लिया था