कोलकाता, 22 नवंबर, पीआईबी : कृषि क्षेत्र में ड्रोन तकनीक को अपनाने से किसानों द्वारा अपनी फसलों के प्रबंधन और उनकी पैदावार में सुधार करने के तरीके को बदलने की क्षमता है। ड्रोन किसानों को कई प्रकार के लाभ प्रदान करते हैं, जिनमें बढ़ी हुई दक्षता, बेहतर पैदावार और कम लागत शामिल हैं।
ड्रोन का उपयोग कृषि क्षेत्र में फसल मानचित्रण, मिट्टी विश्लेषण, सिंचाई और कीट प्रबंधन सहित कई कार्यों के लिए किया जा सकता है। कृषि में ड्रोन का उपयोग करने के प्रमुख लाभों में बेहतर दक्षता, मुद्दों की शीघ्र पहचान करना, फसल की पैदावार में वृद्धि, मैन्युअल श्रम की कम लागत, जिससे कीटनाशकों और अन्य रसायनों का उपयोग कम हो गया और अंतिम लेकिन कम महत्वपूर्ण नहीं, उच्च-रिज़ॉल्यूशन छवियों को कैप्चर करने की सटीकता में सुधार शामिल है। डेटा किसानों को उनकी फसलों का विस्तृत दृश्य प्रदान करता है।
और इस पहल को विकासशील भारत संकल्प यात्रा (वीबीएसवाई) में लाइव प्रदर्शित किया गया है, चाहे वह पश्चिम मेदिनीपुर का ग्राम पंचायत क्षेत्र हो, या बांकुरा या अलीपुरद्वार हो। इस पहल को उल्लिखित स्थानों पर कृषि क्षेत्र से व्यापक प्रशांसा मिली। विभिन्न ग्राम पंचायतों के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके) ने ऐसे लाइव प्रदर्शनों के लिए विशेष प्रावधान किए, जिससे कृषि क्षेत्र में विशेषकर महिलाओं से बहुत प्रशंसा मिली।