हावड़ा : अयोध्या में सोमवार को भव्य राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बीच दोपहर में बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कोलकाता में विशाल सर्वधर्म (संप्रीति) रैली निकाली। इसको लेकर विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने कड़ी भाषा में आलोचना करते हुए ममता पर जोरदार हमला बोला है। राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा की खुशी में सोमवार शाम हावड़ा के रामकृष्णपुर गंगा घाट पर आयोजित दीप प्रज्ज्वलन समारोह में पहुंचे सुवेंदु ने ममता बनर्जी को वोटों की भिखारी और कंगालिनी तक कहा। भाजपा नेता ने कहा, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल हुए। हिमाचल प्रदेश की कांग्रेस शासित राज्य सरकार ने राम मंदिर के उद्घाटन पर प्रदेश में छुट्टी घोषित कर दी, लेकिन बंगाल एकमात्र ऐसा राज्य है जहां की मुख्यमंत्री इस ऐतिहासिक अवसर पर अपना वोट बैंक बचाने के लिए सर्वधर्म रैली कर रही हैं। सुवेंदु ने कहा कि वोटों के लिए इस तरह की तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली व दंगा कराने वाली ममता बनर्जी और तृणमूल कांग्रेस को लोग आगामी चुनावों में उसी भाषा में जवाब देंगे।
उन्होंने कहा कि आज हिंदुओं से लेकर सिख, पारसी, बंगाली व मुसलमानों ने भी ममता बनर्जी की उस रैली की अनदेखी की है। मैं इसके लिए उन सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं। सुवेंदु ने कहा कि ममता बनर्जी की रैली में कुछ तालिबान समर्थक व देश विरोधी तत्व गए थे। सुवेंदु ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस व श्यामा प्रसाद मुखर्जी जैसे महापुरुषों के बंगाल में आज वोटों के लिए राम मंदिर के विरोध में ममता बनर्जी और उनके चोर भतीजे अभिषेक बनर्जी जो काम कर रहे हैं, वह बेहद चिंताजनक है। भाजपा नेता ने कहा कि इन सबके बावजूद अगर बंगाल के परंपरावादी राष्ट्रवादी हिंदू-मुसलमान एकजुट नहीं हुए तो हम भविष्य में यहां गंगा घाटों पर शाम की आरती भी नहीं कर पाएंगे। सुवेंदु ने यह भी दावा किया कि मुख्यमंत्री की रैली में 200 लोग भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह की खुशी में सुबह जब मैंने कोलकाता में एक जुलूस आयोजित किया था तो उसमें कड़ाके की ठंड के बावजूद पंद्रह हजार से अधिक लोग शामिल हुए थे। बड़ी संख्या में बुजुर्गों ने भी जय श्री राम के उद्घोष के साथ जुलूस का स्वागत किया।