कोलकाता, विशेष संवाददाता : भारतीय वायुसेना ने एक बार फिर अपने जज्बे का परिचय दिया है। वायुसेना ने शनिवार रात कोलकाता के पास एक ऐसे जोखिम भरे आपरेशन को अंजाम दिया, जो चुनौतियों से भरा था। मगर, प्रशिक्षित पायलटों की टीम ने इसे आसान कर दिया और यहां भारत-बांग्लादेश सीमा की सुरक्षा में तैनात सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक घायल जवान को समय रहते रेस्क्यू कर एयर एंबुलेंस से मध्यरात्रि के समय कोलकाता के अस्पताल में भर्ती करा दिया। बीएसएफ के अनुसार, कृष्णानगर से लाकर कोलकाता के एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराए गए जवान की हालत फिलहाल स्थिर है। बताया गया कि यह घटना शनिवार रात की है जब बीएसएफ के कृष्णानगर सेक्टर अंतर्गत 141वीं बटालियन में तैनात कांस्टेबल शब्बीर अहमद वानी एक आपरेशनल टास्क को अंजाम देते समय जालंगी इलाके में वाहन पलट जाने के कारण गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिर बहरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया गया, लेकिन उनकी तबीयत लगातार बिगड़ती जा रही थी और डाक्टरों ने तत्काल कोलकाता ले जाने की सलाह दी। घटनास्थल से कोलकाता की दूरी 135 किलोमीटर से ज्यादा थी, ऐसे में सड़क मार्ग से लाने में कई घंटे का समय लग जाता। ऐसे में बीएसएफ का दक्षिण बंगाल फ्रंटियर मुख्यालय तत्काल एक्शन मोड में आया और भारतीय वायुसेना से संपर्क किया। उसके बाद वायुसेना ने तुरंत इस जोखिम आपरेशन की तैयारी शुरू कर दी।
रात के वक्त एयरलिफ्ट करना बहुत चुनौतीपूर्ण था
घायल जवान शब्बीर को कृष्णानगर से कोलकाता लेकर आना था। मगर, चुनौती ये थी कि देर रात एयरलिफ्ट कैसे किया जाए, क्योंकि वायुसेना के लिए कृष्णानगर का हैलीपैड अंजान था। अधिकारियों के अनुसार, वहां की भौगोलिक स्थिति के बारे में पूरी तरह जानकारी नहीं थी। ये काम सिर्फ अनुभवी पायलट ही कर सकते थे।
एयर एंबुलेंस के साथ भेजी गई थी मेडिकल टीम
हालांकि तमाम चुनौतियों के बीच वायुसेना ने तत्काल 157 हेलीकाप्टर यूनिट को आपरेशन के निर्देश दिए। एयर एंबुलेंस के प्रारूप में वायुसेना के एमआइ -17 वी 5 हेलिकाप्टर को तुरंत कृष्णानगर भेजा गया। इस एयर एंबुलेंस के साथ प्रशिक्षित मेडिकल टीम भी भेजी गई थी। अनुभवी क्रू टीम ने आखिरकार सफलतापूर्वक मिशन को पूरा किया और घायल जवान को रेस्क्यू कर मध्यरात्रि के बाद उसे कोलकाता हवाई अड्डे पर मेडिकल टीम को सौंप दिया। यहां से जवान को सड़क मार्ग से सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में भर्ती कराया गया।