हावड़ा. सिटी पुलिस की ओर से शुरू किया गया ”नशा मुक्ति” अभियान अब गति पकड़ रहा है. पुलिस अब इन युवाओं का इलाज करायेगी, जिससे वे नशे को पूरी तरह से छोड़ दें.
गुरुवार को ऐसे ही 10 युवकों को नशा मुक्ति केंद्र भेजा गया. इसकी जानकारी देते हुए पुलिस आयुक्त प्रवीण त्रिपाठी ने कहा कि पुलिस का काम नशे का सामान बेचने वालों को गिरफ्तार करना ही नहीं, बल्कि नशे में धुत रहने वाले युवकों का इलाज करा कर उन्हें जिम्मेवार नागरिक भी बनाना है, ताकि वे समाज के साथ कदम से कदम मिला कर चल सकें. श्री त्रिपाठी ने कहा कि सिटी पुलिस की शुद्धि योजना के तहत गुरुवार को 10 युवकों को सोनारपुर स्थित एक नशा मुक्ति केंद्र में इलाज के लिए भेजा गया.
ये युवक शहर के विभिन्न इलाकों के रहने वाले हैं. इनके परिजनों की सहमति से ही इन्हें उक्त केंद्र में भेजा जा रहा है. उन्होंने बताया कि छह महीने तक इन सभी युवकों का वहां इलाज होगा. नशे की दुनिया से ये लोग पूरी तरह दूर रहेंगे. इलाज होने के बाद ये लोग स्वस्थ होकर घर लौटेंगे. उन्होंने कहा कि पुलिस की जिम्मेवारी यही खत्म नहीं होगी. स्वस्थ होकर घर लौटने वाले इन युवकों को रोजगार दिलाने का भी जिम्मा पुलिस के हाथों होगा. इसके लिए अन्य सामाजिक संस्थाएं भी आगे आयी हैं. संयुक्त प्रयास से इन युवकों के जीवन में रोशनी लाने का एक प्रयास है.
गौरतलब है कि इसके पहले भी सिटी पुलिस की ओर से 20 युवकों को नशा मुक्ति केंद्र भेजा गया है. इन युवकों का इलाज जारी है. वहीं, एक युवक की बड़ी बहन सुशीला देवी ने बताया कि उसका भाई शराब की नशे में हमेशा धुत रहता है. उम्मीद है कि छह महीने तक नशा मुक्ति केंद्र में रहने के बाद वह स्वस्थ होकर लौटेगा.