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हावड़ा. शनिवार को राष्ट्रीय अल्प बचत अभिकर्ता संघ (नेशनल स्मॉल सेविंग एजेंट एसोसिएशन) के सदस्यों ने आमरण अनशन करने की धमकी दी है. सदस्यों का कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं पूरी हुई, तो गांधी जयंती के दिन वे लोग दिल्ली में आमरण अनशन करेंगे. यह अनशन छह अक्तूबर तक चलेगा. अगर केंद्र सरकार अनशन चलने तक हमारी समस्याओं का समाधान नहीं करती है, तो अनशन की अवधि बढ़ा दी जायेगी. यह बातें संघ के राज्य महासचिव सिलचन चटर्जी ने कही. उन्होंने कहा कि वर्ष 2011 तक उनलोगों को कमीशन एक प्रतिशत मिलता था, जिसे घटाकर आधा कर दिया गया. पिछले 13 वर्षों से देश के पांच लाख एजेंटों को .5 प्रतिशत कमीशन दिया जा रहा है. भारत सरकार के डाक और वित्त विभाग को करोड़ों रुपये बिजनेस देने वालों एजेटों की समस्या कोई सुनने वाला नहीं है. वे लोग डीएम के जरिये प्रधानमंत्री को संबोधित कर एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा है. इसके बाद मानसून अधिवेशन में देश के सभी सांसदों को संघ की ओर से ज्ञापन सौंपा जायेगा. अगर इसके बाद भी कुछ नहीं होता है, तो दो अक्तूबर यानी गांधी जयंती के दिन वे लोग आमरण अनशन करेंगे. श्री चटर्जी ने कहा कि पूरे देश में एक लाख 55 हजार डाकघर हैं. अधिकतर डाकघरों की स्थिति ठीक नहीं है. सरकार द्वारा अल्प बचत योजना के अंतर्गत सुकन्या समृद्धि योजना व महिला सम्मान बचत योजना के रूप में नयी योजनाएं लायी है, लेकिन इन योजनाओं की जानकारी एजेंटों को नहीं दी गयी.