संवाददाता, कोलकाता : भारतीय सेना के बंगाल सब एरिया मुख्यालय ने युवा पीढ़ी को सैनिकों की वीरता, बलिदान और अनकही कहानियों से अवगत कराने के लिए सोमवार को एक प्रेरणादायक वीर गाथा कार्यक्रम आयोजित किया।
रोटा टाक्स के सहयोग से कोलकाता में पूर्वी सेना कमान मुख्यालय फोर्ट विलियम के सूर्योदय आडिटोरियम में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में महानगर व इसके आसपास के जिलों के 75 स्कूलों और कालेजों के 520 से ज्यादा छात्र-छात्रों, एनसीसी कैडेट्स व शिक्षकों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर वीरता पुरस्कार (गैलेंट्री अवार्ड) विजेता सशस्त्र बलों के कई मौजूदा व पूर्व सैन्य अधिकारियों ने अपने प्रेरक अनुभव व वीरता के किस्से साझा किए। इनमें नौसेना के पूर्वी कमान के कमांडर इन चीफ के पद से हाल में सेवानिवृत्त हुए वाइस एडमिरल विश्वजीत दासगुप्ता के अलावा वीरता पदक विजेता कर्नल अमरजीत सिंह, कर्नल विनीत वाजपेयी एवं 1971 का युद्ध लड़ चुके वायुसेना के रिटायर्ड विंग कमांडर समीर चौधरी ने अपने प्रेरक अनुभव साझा किए।
बच्चों को इस दौरान इन सैन्य अधिकारियों से बातचीत व सवाल-जवाब का भी मौका मिला। साथ ही सशस्त्र बलों में करियर के बारे में भी बच्चों को बताया गया। कार्यक्रम में बंगाल सब एरिया के जनरल आफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल एच धर्मराजन, डिप्टी जीओसी ब्रिगेडियर राज कुमार सिंह समेत अन्य वरिष्ठ सैन्य अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर बच्चों को फोर्ट विलियम के इतिहास और महत्व के बारे में भी बताया गया। इसके साथ ही इस दौरान सेना द्वारा इस्तेमाल की जानी वाली अत्याधुनिक इन्फैंट्री हथियारों की भव्य प्रदर्शनी भी लगाई गई थी, जिसे काफी करीब से देख बच्चे रोमांचित हुए।
इस अवसर पर अपने संबोधन में मेजर जनरल धर्मराजन ने कहा कि वीर गाथा कार्यक्रम कराने का उद्देश्य बच्चों का मानसिक विकास करना, उनके मन में देश प्रेम उत्पन्न करना, देश की आजादी के लिए दिए गए बलिदान को याद करते हुए इससे प्रेरणा लेकर उनके आदर्शों को अपने जीवन में ढालना है। उन्होंने बच्चों को भविष्य का लीडर बताते हुए कहा कि हर बच्चे अपने आप में यूनिक हैं। एक अच्छे नागरिक के रूप में भी बच्चे वीरता पदक हासिल कर सकते हैं।