सत्य से पड़े,
मैं यही तुम लोगों के बीच रहना चाहती हूं मेरी यहां पर प्राण प्रतिष्ठा हो ऐसा मां काली ने एक व्यक्ति के शरीर में आकर कही है ,ऐसी जानकारी मिलने के बाद इलाके में काफी कोतुहल का विषय बना हुआ है। मध्य हावड़ा के एक क्लब पिछले कई वर्षों की तरह इस वर्ष भी मन श्यामा की पूजा अर्चना की और बीते 16 नवंबर के दिन जब मां श्याम की मूर्ति का विसर्जन करने की योजना बनाई तो एक व्यक्ति ने इलाके के लोगों व क्लब के सदस्यों को बताया कि मैं यही रहना चाहती हूं तुम लोगों के बीच, मुझे विसर्जन ना करो, ऐसा मै कह रही हु ।
उस दिन लोगों ने उनकी बातों को मानते हुए विसर्जन करने से मना कर दिया और दूसरे दिन फिर इसकी योजना बनाई गई, लेकिन दूसरे दिन भी इसी तरह की घटना से इलाके में काफी चर्चा का विषय बन गया।अब लोगों को शक हुआ कि यह व्यक्ति शायद झूठ बोल रहा है और इसकी जांच करने के लिए उसे एक कमरे में बंद कर रखा गया और मां की प्रतिमा को विसर्जन करने के लिए योजना बनाई गई लेकिन यह योजना भी विफल रही, क्योंकि विसर्जन में शामिल होने और माता के दर्शन हेतु पहुंचे एक भक्त वही मूर्छित हो गए और उन्होंने कहा कि तुम लोगों ने मुझे कमरे में कैद कर यहां विसर्जन की योजना बना रहे हो यह कैसे संभव हो सकता है,
यह बातें उस अनजान व्यक्ति की मुख से सुनने के बाद वहां उपस्थित लोगों में भाय का माहौल व्याप्त हो गया। अब लोग प्रतिमा का विसर्जन करने की बात अपने मन में लाने से भी डरने लगे, और क्लब के सदस्यों के बीच इसको लेकर एक बैठक की गई, बैठक में फैसला लिया गया कि चाहे जो भी हो वह व्यक्ति झूठ नहीं कह रहा है क्योंकि जितनी बार भी हम लोगों ने विसर्जन की योजना बनाई है उतनी ही बार कोई ना कोई बाधा उत्पन्न हो रही है अतः हम लोगों को क्लब प्रांगण के बाहर इस खाली पड़े जगह पर मंदिर की स्थापना कर मूर्ति स्थापित करने की योजना बनानी चाहिए,
इस बात पर क्लब के सभी सदस्य व इलाके में रहने वाले लोगों ने अपनी सहमति जताई और देखते ही देखते भक्तों ने ईट बालू सीमेंट की व्यवस्था कर मंदिर बनाने के लिए सामग्रियों को एकत्रित करने लगे। यह घटना धीरे-धीरे जंगल के आग की तरह देखते ही देखते सैकड़ो व हजारों लोगों तक पहुंच गई। लोगों का हुजुम इस तरह करने लगा कि सुबह से लेकर रात तक यहां इस रास्ते से लोगों का आना-जाना भी बंद हो गया।
भक्त दूर-दूर से यहां आने लगे और मन से प्रार्थना कर अपनी मन्नत पूरी करने की कामना करने लगे अब तो यह आलम हो गया है कि आने वाले समय में यहां पुलिस प्रशासन को व्यवस्था करनी होगी ताकि लोगों की भीड़ से किसी भी तरह की कोई अनहोनी व अप्रिय घटना ना घटे।उधर विशेष पूजा अर्चना सुबह शाम की जा रही है मां की आरती के बाद प्रसाद भी भोग के रूप में वितरण किया जा रहा है वहीं लोगों का एक ही कहना है कि भगवान पहले भी थे आज भी है और आने वाले दिनों में भी सदा हम लोगों के बीच मौजूद रहेंगे।यह सत्य है जब बात हिंदुस्तान की के संवाददाता ने वहां उपस्थित आम जनमानस से यह जानने की कोशिश कि की आज के 21वीं सादी में जहां लोग चांद पर पहुंच रहे हैं
वहां क्या इस तरह की बातों को एक अफवाह के तौर पर नहीं देखा जा सकता ? तो वहा उपस्थित जन समूहों का एक ही कहना था की जिसने यहां उपस्थित होकर घटना को प्रत्यक्ष अपने आंखों से देखा और कानों से सुना है वह कैसे इसे मन कर सकता है वह मानने को बाध्य है और सनातन धर्म में ऐसा होना कोई नई बात नहीं है,
लोगों का आस्था इस कदर देख देख जब उन्हें दोबारा प्रश्न कर पूछा गया कि क्या आज के समय में ऐसा हो सकता है तो उन्होंने कहा क्यों नहीं पूरे ब्रह्मांड को चलाने वाले अगर नहीं है तो यह धरती आकाश पवन आदि कैसे गतिमान है यह भी तो तर्क से पड़े हैं इसलिए यह मानने को हम जनमानस बाध्य है कि यह सत्य घटना है। घटना चाहे जो भी हो आज के समय में भी धर्म को मानने वाले लोगों में इतनी आस्था है कि देखते ही देखे यहां पर हजारों की संख्या में भीड़ उम्र पड़ी है और यहां लोग अपनी इच्छा अनुसार मां के चरणों में अपनी भेंट समर्पित कर रहे हैं।