सोनु झा
– बंगाल में चुनावी हिंसा के बीच राज्यपाल का राजनीतिक दलों को संदेश
कोलकाता : पश्चिम बंगाल में पंचायत चुनाव से पहले जारी हिंसा की घटनाओं के मद्देनजर राज्यपाल डा सीवी आनंद बोस ने रविवार को फिल्मी डायलाग के जरिए इशारों में राजनीतिक दलों व राज्य सरकार को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आम आदमी की ताकत को कमतर आंकने की कोई भी भूल न करें।
राज्यपाल ने चुनावी हिंसा को लेकर राज्य चुनाव आयोग की भूमिका पर भी अपना असंतोष व्यक्त किया। सुबह राज्यपाल के मुंह से शाहरुख खान की फिल्म चेन्नई एक्सप्रेस का मशहूर डायलाग सुना गया। उन्होंने कहा, डांट अंडर एस्टिमेट द पावर आफ कामन मैन यानी आम आदमी की ताकत को कम मत आंकिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आम आदमी की ताकत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा, आम जनता के लिए काम करना हमारा पहला कर्तव्य है। दूसरा और तीसरा कर्तव्य भी आम लोगों के लिए काम करना है। राज्यपाल ने यह भी टिप्पणी की कि बाहर हालात अच्छे नहीं हैं। बाहर, खासकर ग्रामीण इलाकों में जो हो रहा है, वह अच्छा नहीं है।
इधर, राज्यपाल के बयान पर तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य शांतनु सेन ने भी दावा किया कि उनकी पार्टी हमेशा मानती है कि आम लोगों की ताकत सर्वोपरि है। इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा- ममता बनर्जी सत्ता में इसलिए आईं, क्योंकि ये आम लोग चाहते थे। उन्होंने दावा किया कि पंचायत चुनाव में तृणमूल फिर से भारी जीत दर्ज करेगी, जैसा कि आम लोग चाहते हैं। बता दें कि पंचायत चुनाव के नामांकन के दौरान हुई हिंसा को लेकर राज्यपाल लगातार हमलावर हैं।